Science news: अद्भुत है ये जीव, मादा के बजाय नर देता है बच्चों को जन्म; नए शोध में हुआ खुलासा
Advertisement
trendingNow11334734

Science news: अद्भुत है ये जीव, मादा के बजाय नर देता है बच्चों को जन्म; नए शोध में हुआ खुलासा

Seahorses and Pipe Fish: समुद्री घोड़ा और पाइपफिश दो ऐसी प्रजातियां हैं, जिनमें गर्भधारण करने का काम मादा के बजाय नर जीव करते हैं. इनका भ्रूण इनके पूंछ में लगी एक थैली में विकसित होता है, जिनमें ये अपने भ्रूण को सेते हैं.

फाइल फोटो

Reseach On Seahorses: प्रकृति अपने आप में जिनती खूबसूरत है, उतनी ही रहस्यमयी भी है. आसमान में जितने तारे नहीं हैं उससे ज्यादा प्रकृति ने अपने अंदर रहस्य छुपा रखे हैं. किसी जीव में मादा का बच्चे को देना एक सामान्य बात है लेकिन इसी प्रकृति में एक ऐसा भी जीव है जिनमें नर बच्चों को जन्म देता है. ये बात आपने आप में चौकाने वाली है लेकिन यही सच है. सिडनी विश्वविद्यालय और न्यूकैसल विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की टीम ने समुद्री घोड़े और पाइपफिश पर एक रिसर्च किया जिनमें उन्होंने पाया कि समुद्री घोड़ा और पाइपफिश की दो ऐसी प्रजातियां हैं जिनमें नर गर्भ धारण करता है और बच्चों को जन्म देता है.

ऐसे नर करता है गर्भधारण 

बच्चे को जन्म देना एक जटिल प्रक्रिया है जो मादा गर्भवती जानवरों में ऑक्सीटोसिन हार्मोन द्वारा नियंत्रित होती है. स्तनधारियों और सरीसृपों में, ऑक्सीटोसिन गर्भाशय की चिकनी मांसपेशियों में संकुचन को बढ़ावा देता है. जो प्रसव पीड़ा के जिम्मेदार होता है. शोधकर्ताओं ने शोध में पाया कि जब नर समुद्री घोड़े को ऑक्सीटोसिन के संपर्क में लाया गया तब शोधकर्ताओं को पता चला कि समुद्री घोड़े की प्रसव पीड़ा मादा स्तनधारियों में होने वाली प्रसव पीड़ा के समान होती है. चिकनी पेशी, कंकाल की पेशी और हृदय की मांसपेशी ये तीन प्रकार की मांस पेशियां है जो मुख्य रूप से प्रसव में भाग लेती हैं.
 
ऐसा होता है भ्रूण

नर समुद्री घोड़े के पूंछ में लगी जिस थैली की हमने बात की, वो मादा स्तनधारियों के गर्भाशय के समान होती है. इसमें एक प्लेसेंटा होता है, जो विकसित होते भ्रूणों से जुड़ा होता है और नर समुद्री घोड़े स्तनधारियों के अनुरूप ही अपने बच्चों को भ्रूण में पोषक तत्व और ऑक्सीजन प्रदान करते हैं. इस शोध से जुड़े में रिसर्चर का मानना है कि ये शोध भविष्य में बायोमेकेनिकल और इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिकल के अध्ययन में काफी मदद कर सकता है ताकि इनके द्वारा मांसपेशियों को सक्रिय करने वाले आवश्यक बल की जांच का परीक्षण किया जा सके.
(इनपुट: भाषा)

ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर

Trending news