IPL-12: चैंपियन बनने से पहले ही खुला मुंबई की जीत का राज, कोच जयवर्धने ने किया खुलासा
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IPL-12: चैंपियन बनने से पहले ही खुला मुंबई की जीत का राज, कोच जयवर्धने ने किया खुलासा

इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) के 12वें सीजन का फाइनल रविवार शाम 7.30 बजे से मुंबई और चेन्नई के बीच खेला जाएगा.

श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने आईपीएल की टीम मुंबई के कोच हैं. (फोटो: PTI)

हैदराबाद: इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) का फाइनल कुछ देर में शुरू होने जा रहा है. यह मुकाबला मुंबई और चेन्नई की टीमों के बीच खेला जाएगा. दोनों टीमें लीग के मौजूदा सीजन में चौथी बार भिड़ेंगी. पहली तीनों भिड़ंत मुंबई (Mumbai Indians) के नाम रही हैं. ऐसे में उसे ही फाइनल जीतने का दावेदार माना जा रहा है. मुंबई के कोच महेला जयवर्धने ने अपनी टीम की कामयाबी का राज खोला. उन्होंने कहा कि टीम में कई मैच विजेताओं की मौजूदगी और ‘ईमानदारी’ के साथ टीम का चयन मुंबई के लगातार सफलता हासिल करने का राज है. 

मुंबई आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीम है और श्रीलंका के इस पूर्व दिग्गज खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने टीम में ‘सफलता की संस्कृति’ तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की है. पिछले साल टीम के लिए मयंक मार्कंडेय ने अच्छा प्रदर्शन किया था जबकि मौजूदा सत्र में राहुल चाहर ने उनकी जगह की और भरोसे पर खरा उतरते हुए कुछ मैचों में मैच विजयी प्रदर्शन किया. 

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चोटिल लसिथ मलिंगा पिछले सत्र में टीम के मेंटर थ. इस सत्र में वे मुख्य गेंदबाजों में से एक थे. टीम ने इसके अलावा युवा इशान किशन को मौका देने के लिए अनुभवी युवराज सिंह को बाहर करने में भी हिचक नहीं दिखाई. इसके अलावा कप्तान रोहित शर्मा, हार्दिक पंड्या, कृणाल पंड्या, कीरोन पोलार्ड, जसप्रीत बुमराह, सूर्यकमार यादव और क्विंटन डिकाक जैसे खिलाड़ी भी मुंबई के पास हैं जो अपने दिन मैच जिताने में सक्षम है. 

श्रीलंका के पूर्व कप्तान जयवर्धने ने कहा, ‘इस बारे (कई मैच विजेता होने) में हमने सत्र की शुरुआत में बात की थी. इससे मुख्य खिलाड़ियों के ऊपर से दबाव भी कम होता है. अब आपकी टीम में सात से आठ ऐसे खिलाड़ी होते हें जो आपके लिए छोटे लम्हें जीत सकते हैं तो इससे जीतने का मौका बनता है.’ 

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उन्होंने कहा, ‘जब आपके अलग अलग खिलाड़ी प्रदर्शन कर रहे होते हैं तो विरोधी टीम को योजना बनाने में दिक्कत होती है. इससे हमें मौजूदा सत्र में मदद मिली.’  कड़े चयन फैसलों पर जयवर्धने ने कहा, ‘हमने सत्र की शुरुआत मयंक के साथ की लेकिन सभी ने सोचा कि राहुल बेहतर गेंदबाजी कर रहा है और हमने यह विकल्प चुना। इसी तरह लसिथ पिछले साल चोटिल था, इस साल हमें लगा कि वह फार्म में लौट आया है और अंतिम ओवरों में बुमराह का अच्छा साथ निभा सकता है.’

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