Global Warming: भीषण गर्मी से बेहाल हो रही धरती; जलवायु परिवर्तन के कारण क्या हो सकते हैं बदलाव, यहां जानिए
Advertisement
trendingNow11815264

Global Warming: भीषण गर्मी से बेहाल हो रही धरती; जलवायु परिवर्तन के कारण क्या हो सकते हैं बदलाव, यहां जानिए

Climate Change: ज्यादा कार्बन उत्सर्जन के कारण तापमान तेजी से बढ़ रहा है. एक स्टडी के मुताबिक 2010 तक लोगों की सालाना नींद में 44 घंटे की गिरावट आई थी. इस सदी यानी कि 2100 के आखिर तक यह गिरावट 58 घंटे तक बढ़ सकती है.

Global Warming: भीषण गर्मी से बेहाल हो रही धरती; जलवायु परिवर्तन के कारण क्या हो सकते हैं बदलाव, यहां जानिए

Side Effects Of Climate Change: क्लाइमेट चेंज होने के कारण प्रकृति में कई तरह के परिवर्तन होते नजर आने लगे हैं. बढ़ते तापमान के चलते पूरा यूरोप भीषण गर्मी से बेहाल है. बढ़ते तापमान के कारण गर्मी का अनुमान इस बात से लगा सकते हैं कि डॉक्टरों ने एक व्यक्ति का दिमाग भुना हुआ बताया था. वहीं, क्लाइमेट चेंज व्यापक स्तर पर विश्व को प्रभावित करने वाला है. आज हम यहां जानेंगे कि जलवायु परिवर्तन के कारण क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं...

एलर्जी की परेशानी
बढ़ता तापमान के कारण वसंत ऋतु में बढ़ोतरी हो सकती है. इससे वातावरण में परागकण ज्यादा फैलने से लोग एलर्जी का ज्यादा शिकार हो सकते हैं. 1990 से 2018 तक एलर्जी वाले 10 दिन बढ़कर 20 दिन हो चुके हैं

प्राकृतिक प्रकाश में कमी 
1998 से 2017 तक के डेटा के अनुसार तापमान बढ़ने से सूर्य से आने वाली रोशनी धरती पर रिफ्लेक्ट होने में कमी हो सकती है, क्योंकि पूर्वी प्रशांत महासागर के ऊपर रिफ्लेक्ट करने वाले बादल कम हो रहे हैं.  

कुत्तों के काटने की घटनाओं में वृद्धि
हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक गर्मी से कुत्तों के काटने की घटनाएं बढ़ सकती हैं. यूएस के 8 शहरों में करीब 70,000 कुत्तों के काटने की घटनाएं हुईं थीं, जो 11 प्रतिशत दर्ज की गई.

जन्मदर में कमी 
तापमान बढ़ने से जन्मदर में कमी आ सकती है. एक रिपोर्ट के कारण अगर तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है तो बच्चों के जन्मदर में 0.4 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है. इसका असर फर्टिलिटी भी असर हो सकता है, क्योंकि स्पर्म का मूवमेंट कम हो सकता है.

छिपकलियों में हो सकती है ये समस्या
ऑस्ट्रेलिया में सेंट्रल बियर्डेड ड्रैगन नामक छिपकलियों के लिंग में परिवर्तन हो रहे हैं. ज्यादा गर्मी के चलते सिर्फ मादा छिपकलियां ही अंडों से निकल सकती हैं.

मेंढक छोटे हो रहे हैं 
तापमान बढ़ने से मेंढकों की प्रजातियों की संख्या कम हो रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक प्यूर्टो रिको में नर कोकुई मेंढक का साइज छोटा हो रहा है. पहले  पहाड़ों की चोटियों पर पाए जाने वाले मेंढकों के आकार छोटा होने के चलते वे अब निचले हिस्सों में रहने लगे हैं. ये बदलाव पिछले दो दशकों में देखा आया.

बढ़ सकती हैं ज्वालामुखी विस्फोट की घटनाएं 
ज्यादा गर्मी के ज्वालामुखियों के फटने की घटनाओं में तब बढ़ोतरी हो सकती है, जब बर्फ पिघलने से उनमें बुलबुले बन जाते हैं, जो विस्फोट का कारण बनते है. 

Trending news