Saving Money: बहुत से ऐसे लोग हैं, जो नशा करते हैं. नशा करना सेहत के लिए हानिकारक तो है ही, साथ ही ये लोगों की जेब पर भी काफी असर डालता है. पान, गुटखा, तंबाकू और सिगरेट ऐसे नशीले पदार्थ हैं जो कई लोगों की दिनचर्या का हिस्सा है.
Trending Photos
Saving Idea: ज्यादातर लोग सैलरी पर काम करते हैं. हर महीने लोगों को सैलरी मिलते है, जिससे लोग अपने खर्चों को पूरा करते हैं. हालांकि इन खर्चों के कारण कई लोग शिकायत करते हैं कि उनके खर्चे काफी ज्यादा है, जिसके कारण वो लोग सेविंग नहीं कर पाते हैं. लेकिन कई बार लोग खर्च और फिजूल खर्च में अंतर नहीं कर पाते हैं, जिसके कारण भी लोगों को सेविंग करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं कई फिजूल खर्च तो ऐसे भी हैं, जो लोगों को लिए जानलेवा भी साबित हो सकते हैं. इन फिजूल खर्च में अगर कमी लाई जाए तो लोगों को सेविंग करने में मदद मिल सकती है आइए जानते हैं इनके बारे में...
फिजूल खर्च से बचें
बहुत से ऐसे लोग हैं, जो नशा करते हैं. नशा करना सेहत के लिए हानिकारक तो है ही, साथ ही ये लोगों की जेब पर भी काफी असर डालता है. पान, गुटखा, तंबाकू और सिगरेट ऐसे नशीले पदार्थ हैं जो कई लोगों की दिनचर्या का हिस्सा है. लोग इनका सेवन हर रोज करते हैं और अच्छा-खासा पैसा हर दिन इन पर खर्च कर देते हैं.
इनका सेवन है हानिकारक
इसके अलावा शराब भी एक ऐसी चीज है, जिसका सेवन काफी ज्यादा मात्रा में लोगों के जरिए किया जाता है. शराब भी स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है. वहीं शराब भी काफी महंगी आती है, जिसका असर भी लोगों की जेब पर पड़ता है. ऐसे में पान, गुटखा, तंबाकू, सिगरेट और शराब का सेवन लंबे वक्त के लिए किया जाए तो इससे लोगों को कई स्वास्थ्य से संबंधी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है और ये जानलेवा भी लोगों के लिए साबित हो सकते हैं.
सेविंग पर दें ध्यान
साथ ही इन नशीले पदार्थ पर लोग हर महीने पानी की तरह पैसा बहा देते हैं, जिस पर रोक लगानी जरूरी है. अगर आपको सेविंग करनी है तो इन फिजूल खर्चों पर रोक लगानी होगी क्योंकि इन पदार्थों के खरीदने में तो फिजूल खर्च होते ही हैं, साथ ही इनके कारण होने वाली स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के कारण दवा पर लगाने वाले पैसे से भी बजट काफी गड़बड़ा सकता है और सेविंग पर बुरा असर पड़ सकता है. ऐसे में ये फिजूल खर्च रोककर इन पर लगने वाले पैसों को सेव करना ज्यादा समझदारी वाली बात होगी, जिससे सेविंग को बढ़ाया जा सकता है.