फटाफट बना लीजिए केदारनाथ-बद्रीनाथ जानें का प्लान, मंदिरों के कपाट बंद होने की तारीख आ गई सामने
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फटाफट बना लीजिए केदारनाथ-बद्रीनाथ जानें का प्लान, मंदिरों के कपाट बंद होने की तारीख आ गई सामने

उत्तराखंड में स्थित चारधाम यात्रा का महत्व भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर में बहुत ही खास है. लाखों श्रद्धालु हर साल चारधाम यात्रा के तहत गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के पवित्र धामों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

फटाफट बना लीजिए केदारनाथ-बद्रीनाथ जानें का प्लान, मंदिरों के कपाट बंद होने की तारीख आ गई सामने

उत्तराखंड में स्थित चारधाम यात्रा का महत्व भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर में बहुत ही खास है. लाखों श्रद्धालु हर साल चारधाम यात्रा के तहत गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के पवित्र धामों के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. अगर आप भी इस साल इन धामों के दर्शन करने की सोच रहे हैं, तो फटाफट अपनी यात्रा का प्लान बना लीजिए, क्योंकि चारधाम के कपाट बंद होने की तारीखें घोषित हो चुकी हैं.

उत्तराखंड सरकार के अनुसार, इस साल चारधाम के कपाट नवंबर महीने में बंद होंगे. उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने जानकारी दी कि गंगोत्री धाम के कपाट 1 नवंबर को बंद होंगे. वहीं, यमुनोत्री धाम और केदारनाथ धाम के कपाट 3 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे. इसके बाद, तुंगनाथ धाम के कपाट 4 नवंबर को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को बंद होंगे.

फटाफट बना लें प्लान
इसलिए अगर आप इस साल केदारनाथ या बद्रीनाथ धाम के दर्शन करना चाहते हैं, तो इन तारीखों से पहले अपनी यात्रा की तैयारी पूरी कर लें. कपाट बंद होने के बाद भक्तों को अगले साल अप्रैल-मई तक इंतजार करना पड़ेगा, जब कपाट फिर से खुलेंगे.

10 मई को शुरू हुई थी चारधाम यात्रा
इस साल 10 मई को शुरू हुई चारधाम यात्रा के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु इन पवित्र धामों के दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं. 30 सितंबर तक की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 37 लाख 91 हजार श्रद्धालुओं ने यात्रा की है. हालांकि, इस साल यात्रा के दौरान केदारनाथ और बद्रीनाथ जाने वाले मार्गों पर बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया था, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. फिर भी, श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई है और वे भारी संख्या में दर्शन करने पहुंचे हैं.

ऑनलाइन पंजीकरण
आपको ध्यान देना होगा कि चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य है, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और सेहत की देखभाल सुनिश्चित की जा सके. इसलिए अगर आप अब तक पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं, तो जल्द ही इसे पूरा कर लें और अपनी यात्रा को यादगार बनाएं.

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