Israel Hamas War: 'ये आंसू नहीं अंगार हैं', अमेरिकी सांसद राशिदा तलैब को जानिए जिन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन पर फोड़ा 'बम'
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Israel Hamas War: 'ये आंसू नहीं अंगार हैं', अमेरिकी सांसद राशिदा तलैब को जानिए जिन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन पर फोड़ा 'बम'

War torn Gaza Israel Strike: इजरायल और हमास के बीच 12 दिनों से युद्ध (Israel Hamas War) जारी है. आज इस जंग का 13वां दिन है. इस बीच अमेरिकी सीनेटर राशिदा तलैब का एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वो राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) पर निशाना साधते हुए कह रही हैं कि- 'ये आंसू नहीं अंगार हैं'.

Israel Hamas War: 'ये आंसू नहीं अंगार हैं', अमेरिकी सांसद राशिदा तलैब को जानिए जिन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन पर फोड़ा 'बम'

Rashida Tlaib Vs Joe Biden: इजरायल पर हमास के हमले के बाद मिडिल ईस्ट के हालात कब सामान्य होंगे, ये कोई नहीं जानता. इस बेहद अप्रत्याशित लड़ाई में इजरायल की जवाबी कार्यवाई में गाजा और वेस्ट बैंक में रह रहे बेगुनाह फिलिस्तीनी लोग पिस रहे हैं, जिन्हें हमास के आतंकी अपनी ढाल बनाकर लड़ते आए हैं. जंग के बीच तेलअवीव पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति ने इजरायल के कंधे पर हाथ रखते हुए उसे हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया है तो फिलिस्तीनी लोगों के लिए रिलीफ पैकेज का ऐलान किया है. हालांकि उन्होंने युद्ध रुकवाने को लेकर कुछ भी नहीं कहा. ऐसे में अमेरिकी सांसद राशिदा तलैब ने प्रेसिडेंट बाइडेन को घेरते हुए बड़ा बयान दिया है.  

दरअसल अमेरिकी सांसद राशिदा तलैब ने कैपिटल हिल पर फिलिस्तीन के समर्थन में निकाली गई रैली के दौरान इसरायल-हमास के बीच जंग में फौरन सीजफायर लागू कराने की मांग की है. राशिदा तलैब ने अपने ही देश की सरकार को घेरते हुए क्या कुछ कहा वो भी बताएंगे आपको, वहीं यह भी बताएंगे कि आखिर कौन हैं राशिदा तलैब जिनका बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

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इजरायल की फंडिंग के कितने सोर्स-अमेरिका से मिलती है कितनी मदद?

हमास के मददगारों में ईरान जैसे इक्का-दुक्का देशों का नाम आता है तो इजरायल के सहयोगियों की लिस्ट कहीं ज्यादा लंबी है. अमेरिका (US) के बाद यूके, फ्रांस, जर्मनी और इटली भी इजरायल का खुला सपोर्ट करते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका और यूरोप इजरायल को मिडिल ईस्ट में एक अहम रणनीतिक दोस्त मानते हैं. यही वजह है कि अमेरिका से हर साल इजरायल को कई तरह से मदद दी जाती है. अमेरिकी फंडिंग की बात करें तो यूएस फॉरेन एड टू इजरायल की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेकेंड वर्ल्ड वार के बाद से इजरायल अमेरिकी डॉलर पाने वाले देशों में सबसे ऊपर है, क्योंकि अमेरिका 1948 से अब तक इजरायल को 158 अरब डॉलर से ज्यादा की मदद दे चुका है.

2022-23 में मिला इतना पैसा

इसी रिपोर्ट के मुताबिक, US ने 2022 में इजरायल को 4.8 अरब डॉलर की फंडिंग की. 2023 के शुरुआती 9 महीनों में उसे 3.8 अरब डॉलर की आर्थिक मदद मिल चुकी है. ये अमाउंट एक लंबे समय के लिए की जाने वाली सालाना मदद का हिस्सा है, जिसका ऐलान बराक ओबामा ने अपनी सरकार के कार्यकाल में हुआ था. हमास के हमले के बाद से बाइडेन की सरकार लगातार इजरायल को हथियार और पैसा भेज रही है. इसके अलावा यूएन जैसे बड़े मंच से चलने वाले कार्यक्रमों के बहाने से भी अमेरिका इजरायल की मदद करता आया है.

फिलहाल तो बाइडेन की सरकार इजरायल को अमेरिकी डॉलर के अलावा इंटरसेप्टर मिसाइल से मदद कर रही है. ताकि इजरायल को सुरक्षा कवच मुहैया कराने के साथ-साथ उसका एयर डिफेंस सिस्टम मजबूत किया जा सके. डिफेंस एक्सपर्ट के मुताबिक एक इंटरसेप्टर मिसाइल की कीमत करीब 40 हजार डॉलर होती है. ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि अमेरिका जिस तरह इजरायल के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहा है, उसका रशीदा पूरी ताकत से विरोध कर रही हैं.

'ये आंसू नहीं अंगार हैं'

राशिदा ने फिलिस्तीन के समर्थन में निकाली गई एक रैली के दौरान इजरायल-हमास के बीच जंग में फौरन युद्धविराम लागू करवाने की मांग की है. हमास के खिलाफ जंग में इजरायल की मदद को लेकर अमेरिकी सांसद ने बाइडेन को घेरते हुए कहा अमेरिकी सरकार फिलस्तीनियों के नरसंहार की फंडिंग कर रही है. उन्होंने ये भी कहा कि ये आंसू नहीं अंगार हैं, जिसका हिसाब एक न एक दिन देना होगा.

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अपने भाषण के दौरान राशिदा भावुक हो गईं और मंच पर रोने लगीं. उन्होंने कहा, 'ये बेहद दर्दनाक है. ये देखना कि लोग एक अस्पताल, जहां बच्चे मौजूद थे, उस पर बमबारी देखकर भी जिसका मन नहीं पसीजा ये दुखद है. आप जानते हैं ये देखना कितना मुश्किल है. वो वीडियो जिनमें लोग बच्चों से कह रहे हैं कि रोना मत, लेकिन उन्हें रोते ही रहने देते हैं. ऐसे वीडियो देखकर अगर हम नहीं रोते तो कुछ तो गलत है. मैं आपको बता रही हूं राष्ट्रपति बाइडेन, इस मुद्दे पर पूरा अमेरिका आपके साथ नहीं है. आपको समझना होगा. हम लोगों को नरसंहार करते और बड़ी संख्या में कुछ को रोज मरते देख रहे हैं, लेकिन फिर भी हम कुछ नहीं करते और मूक दर्शक बने रहते हैं. हमें यह याद रखना चाहिए.'

कौन हैं राशिदा तलैब?

राशिदा अमेरिकी संसद में इकलौती फलस्तीनी-अमेरिकी सांसद हैं. वो फिलिस्तीन के लोगों की आवाज बनकर उनके हक की आवाज उठाती रहती हैं. वो अमेरिकी कांग्रेस यानी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद हैं. 24 जुलाई 1976 को जन्मी राशिदा एक वकील भी हैं. वो 2019 से मिशिगन का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.

हमास को सीधे शूट करना सीखना होगा: बाइडेन

हमास को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के तेवर एकदम सख्त बने हुए हैं. बीते शुक्रवार को हमास के खात्मे का संकल्प दोहराते हुए बाइडेन ने कहा कि अमेरिका तन मन धन से इजरायल के साथ खड़ा है. अमेरिकी तोपखाना और डिफेंस सिस्टम इजरायल की ढाल और वार का हथियार बन चुके हैं. बाइडेन ने अपने एक बयान में कहा था कि हमें हमास को सीधे शूट करना सीखना होगा. इस बीच गाजा में अस्पताल के बाद स्कूल को निशाना बनाया गया है. हमास ने हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है, तो इजरायल का कहना है कि हमास ऐसे हमले कर रहा है ताकि इजरायल पर सैन्य कार्यवाई रोकने का दबाव बनाया जा सके.

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