Iran Supreme Leader Khamenei: ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने अपने बेटे को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. लेकिन उनकी गैरमौजूदगी ने दुनिया को उनके बारे में अटकलें लगाने पर मजबूर कर दिया है.
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Ali Khamenei: ईरान से जुड़ी रोज नई-नई खबरें आ रही हैं, फिर चाहे वह परमाणु हथियारों को लेकर हों, संघर्ष को लेकर हों. हाल ही में एक बड़ी खबर भी आई कि ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली ने अपने दूसरे बेटे मोजतबा खामेनेई को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. हालांकि मोजतबा के नाम पर उत्तराधिकारी के तौर पर मुहर कई दिन पहले ही लग गई थी लेकिन इसकी घोषणा अचानक हुई. कमाल की बात यह भी है कि इतनी बड़ी घोषणा करने के लिए अली खामेनेई खुद सामने नहीं आए. बल्कि बीते कई दिनों से वह सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आए हैं. इससे दुनिया भर में यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई कहां हैं?
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क्या बीमारी से जूझ रहे हैं अली खामेनेई?
अली खामेनेई को लेकर इंटरनेशनल मीडिया में अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या वह स्वस्थ्य हैं या किसी बीमारी से जूझ रहे हैं? क्या ईरान अपने सुप्रीम लीडर की सेहत को लेकर कुछ छिपा रहा है? या ऐसा क्या है जिसे अभी ईरान दुनिया के सामने नहीं लाना चाहता है. यह भी कहा जा रहा है कि क्या वह कोमा में हैं या उन्हें प्रोस्ट्रेट कैंसर हो गया है. 27 अक्टूबर को न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के बाद से ही खामेनेई की सेहत को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है.
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ईरान ने साध रखी है चुप्पी
कमाल की बात यह है कि इतने बड़े मसले पर अब तक ईरान की ओर से न तो खंडन किया गया न ही पुष्टि की गई. हां इस बीच ईरान की स्टेट मीडिया ने लेबनान में पदस्थ ईरान के राजदूत मोजतबा अमीनी के साथ उनकी तस्वीर पोस्ट करके इन अटकलों को विराम लगाने की कोशिश की थी. लेकिन इससे कुछ फायदा नहीं हुआ क्योंकि इसे लेकर कहा गया कि यह तस्वीर पुरानी है.
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कई बार लगी अटकलें
सुप्रीम लीडर खामेनेई की सेहत को लेकर ऐसे दावे पहले भी कई बार किए गए हैं. इससे पहले साल 2006, 2009, 2014 और 2020 में भी खामेनेई के कोमा में चले जाने का दावा किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 2014 में उनकी प्रोस्ट्रेट सर्जरी हुई थी. इतना ही नहीं जनवरी 2007 में तो उनके मौत की भी अफवाह सामने आई थी.
राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से ज्यादा ताकतवर हैं खामेनेई
3 दशक से भी ज्यादा समय से ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई के पास देश के न्यूक्लियर प्रोग्राम और विदेश नीति को लेकर अपार शक्तियां हैं. कह सकते हैं कि वे ईरान के राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से भी ज्यादा ताकतवर हैं. वे ईरान के दूसरे सुप्रीम लीडर हैं, उनसे पहले 1979 में इस्लामिक क्रांति के लीडर अयातुल्लाह रुहोल्लाह खुमैनी ईरान के पहले सुप्रीम लीडर थे. 1989 में खुमैनी की मौत के बाद खामेनेई सुप्रीम लीडर बने और तब से अब तक वह इस पद पर काबिज हैं.