रिपोर्ट का दावा, लीबियाई संघर्ष में 120 से ज्यादा की मौत, करीब 600 घायल
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रिपोर्ट का दावा, लीबियाई संघर्ष में 120 से ज्यादा की मौत, करीब 600 घायल

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार को यह जानकारी दी. संगठन के लीबिया से जुड़े विभाग ने ट्विटर पर बताया कि वह इलाके में चिकित्सा सामग्री के साथ ही और स्टाफ को वहां भेज रहा है. 

फोटो साभारः Reuters

त्रिपोली: त्रिपोली के समीप छिड़ी लड़ाई में 121 लोग मारे गए हैं. लीबियाई राजधानी को अपने कब्जे में करने के लिए खलीफा हफ्तार द्वारा इस माह की शुरूआत में संघर्ष छेड़े जाने के बाद से इस संघर्ष में ये लोग मारे गए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने रविवार को यह जानकारी दी. संगठन के लीबिया से जुड़े विभाग ने ट्विटर पर बताया कि वह इलाके में चिकित्सा सामग्री के साथ ही और स्टाफ को वहां भेज रहा है.

साथ ही संगठन ने स्वास्थ्य कर्मियों पर बार बार किए जाने वाले हमलों की भी निंदा की है. इस इलाके में यह संघर्ष चार अप्रैल को छिड़ा था. देश के पूर्वी हिस्से पर कब्जा रखने वाले हफ्तार के लड़ाकों ने संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार के वफादार लड़ाकों के खिलाफ लड़ाई रोकने की अपील को खारिज कर दिया था. हफ्तार पूर्वी लीबिया में स्थित उस प्रतिद्वंदी प्रशासन का समर्थन करता है जिसने फयाज अल सराज की अगुवाई वाली और संयुक्त राष्ट्र समर्थित यूनिटी सरकार को मान्यता देने से इंकार कर दिया है.

लीबिया में हफ्तार के वफादार बलों की गतिविधि रोकने के संयुक्त राष्ट्र के बयान का रूस ने किया विरोध
रूस ने रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक बयान को अवरूद्ध किया था, जिसमें लीबिया के कमांडर खलीफा हफ्तार के वफादार सुरक्षा बलों को त्रिपोली में सैन्य गतिविधियां रोकने को कहा गया था. राजनयिक ने यह जानकारी दी. सुरक्षा परिषद के राजनयिकों ने बताया कि मॉस्को ने जोर दिया कि औपचारिक बयान में लीबिया में सक्रिय सभी बलों को लड़ाई रोकने को कहा जाना चाहिए लेकिन इस प्रस्ताव में बदलाव का अमेरिका ने विरोध किया.

शुक्रवार को बंद कमरे में हुई बैठक में परिषद ने हफ्तार के स्वयंभू लीबियाई राष्ट्रीय सेना को ‘इसकी सैन्य गतिविधि’ रोकने को कहा था. यह बयान प्रेस में भी जारी किया गया. ब्रिटेन ने इसके बाद मंजूरी के लिए अधिक औपचारिक दस्तावेज का प्रस्ताव दिया, जिसका विरोध रूस ने किया.

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