PAK: चटनी से ही चलाना पड़ेगा काम, चिकन के ख्वाब छोड़ दे अवाम; 600 रुपये किलो पहुंचा दाम
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PAK: चटनी से ही चलाना पड़ेगा काम, चिकन के ख्वाब छोड़ दे अवाम; 600 रुपये किलो पहुंचा दाम

Pakistan Chicken Price: पाकिस्तान आम जनता के लिए चिकन खाना एक ख्वाब जैसा हो गया है. क्योंकि खराब व्यवस्था के चलते किचन की कीमतें 600 रुपये को पार कर गई हैं. इसके पीछे कई अहम कारण बताए जा रहे हैं. पढ़िए

PAK: चटनी से ही चलाना पड़ेगा काम, चिकन के ख्वाब छोड़ दे अवाम; 600 रुपये किलो पहुंचा दाम

Pakistan Chicken Price: पाकिस्तान में सबकुछ बदल सकता है, रातों-रात सत्ता इधर से उधर हो सकती है, कथित ईमानदार लोग शासन करने के लिए कुर्सियों पर काबिज हो सकते हैं लेकिन अगर कुछ नहीं बदल सकता है तो वो हैं अवाम के लिए हालात बल्कि पाकिस्तानी अवाम के लिए हर दिन पिछले दिन से मुश्किल भरा होता है. आटा, दाल, चावल जैसी चीजों के लिए जनता को तरसते हुए देखा जा सकता है. हाल ही में चिकन की कीमतों में इतनी आग लगी हुई है कि बस पूछा मत. 

एक हफ्ते में तेजी से उछली कीमतें

पिछले लगभग 3 दिन पहले खबर आई थी कि पाकिस्तान में चिकन की कीमत में अचानक 70 रुपये इजाफा कर दिया. जिसके बाद नई कीमत 420 रुपये (पाकिस्तानी) प्रति किलो हो गई. अब फिर से कीमतों में बढ़ोतरी हुई और  यह रेट 600 रुपये पहुंच गया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक लाहौर,फैसलाबाद और झंग जैसे अन्य शहरों में चिकन की आसमान छूती कीमतों पर नागरिक गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. चिकन की कीमतें 600 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा हो गई हैं. जिला प्रशासन मौन है और मनमानी कीमतों को कंट्रोल करने में नाकाम रहा है.

600-650 रुपये किलो है कीमत

मध्यम वर्गीय परिवार जो पहले से ही महंगाई से जूझ रहे हैं, उनके लिए प्रोटीन का एक प्रमुख स्रोत चिकन खरीदना मुश्किल होता जा रहा है. शादी के मौसम में बढ़ती मांग, सप्लाई चेन में दिक्कत और पोल्ट्री माफिया के ज़रिए कथित हेरफेर की वजह से चिकन की कीमतों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. पाकिस्तानी पंजाब पोल्ट्री एसोसिएशन के मुताबिक आपूर्ति-मांग असंतुलन और चूजों की बढ़ती लागत की वजह से चिकन के रेट बढ़ रहे हैं. दो हफ्ते पहले चिकन मीट 380-450 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा था. हालांकि एक हफ्ते में 150 रुपये के इजाफे ने लाहौर, फैसलाबाद में कीमतों को 600 रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा और झंग में 650 रुपये तक पहुंचा दिया है. 

क्या कह रहे हैं दुकानदार?

समा टीवी के मुताबिक पोल्ट्री किसान जहीर अली ने कहा कि पहले चूजों की कीमत 60-70 रुपये थी लेकिन अब वे 220 रुपये में बिक रहे हैं और जल्द ही 300 रुपये तक पहुंच सकते हैं. किसानों को चूजों की आपूर्ति में 20 दिनों तक की देरी का भी सामना करना पड़ रहा है, जिससे बाजार पर और दबाव बढ़ रहा है. सरकार ने चिकन की प्रति किलोग्राम कीमत 590 रुपये तय की है लेकिन दुकानदारों का तर्क है कि ज्यादा लागत को देखते हुए इस कीमत पर बेचना असंभव है.

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