पाकिस्तान के प्रधानमंत्री क्या रन आउट हो जाएंगे या उनके साथी उनके लिए बैटिंग करेंगे? कुछ ही घंटों में ये साफ हो जाएगा. हालांकि विपक्षी पार्टियां तो इमरान खान के गेम को ओवर बता रही हैं.
Trending Photos
कराची: इमरान खान (Imran Khan) साल 2018 में पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री बने थे. अभी उनके सत्ता में आए 5 साल भी पूरे नहीं हुए हैं और अब लगता भी नहीं है कि वे इन्हें पूरा कर पाएंगे. इसका संकेत खुद इमरान खान ने गुरुवार को दिया था, जब उन्होंने राष्ट्र के नाम संदेश दिया था. उन्होंने कहा, 'आराम से हाथ खड़े करें, कहें नहीं है, मैं विपक्ष में चला जाऊंगा. अगर आप जीत जाते हैं मैं विपक्ष में बैठ जाऊंगा.'
दरअसल जैसे भारत में राज्यसभा होती है ठीक उसी तरह पाकिस्तान में सीनेट है. जहां इमरान के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को करारी हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद इमरान खान ने फैसला किया है कि वो शनिवार को संसद में विश्वास मत हासिल करेंगे. विश्वास मत से पहले इमरान खान ने जिस तरह का भाषण दिया है, उससे साफ लग रहा है कि अब इमरान की पीएम पद की कुर्सी पर कुछ ही घंटे बचे हैं.
उन्होंने कहा, 'मेरी पावर जाती है तो मुझे क्या फर्क पड़ता है. मैं अपने घर में रहता हूं. मेरे ट्रेवल एंड सिक्योरिटी के अलावा सारा खर्च मैं खुद करता हूं. मैं शनिवार को विश्वात मत हासिल करने संसद के पास जा रहा हूं. अपनी संसद को कह रहा हूं कि आप बताएं सामने क्योंकि वो तो ओपन होगा ना. आप आराम से हाथ खड़े करें, मैं विपक्ष में चला जाऊंगा. अगर आप जीत जाते हैं मैं विपक्ष में बैठ जाऊंगा.'
ये भी पढ़ें:- PM मोदी की चुनावी रैली से पहले किले में तब्दील होगा पूरा इलाका, लगाए जाएंगे 1500 CCTV
इतना ही नहीं इमरान ने विपक्षी दलों पर चुनाव में धांधली का संगीन इल्जाम लगाया और कहा, 'एक सीनेटर रिश्वत देकर सीनेटर बन रहा है और दूसरी तरफ मेंबर्स ऑफ पॉर्लियामेंट जो अपना जमीन बेच रहे हैं, पैसे लेकर वोट कर रहे हैं. ये कौन सी जम्हूरियत है.' अपने देश को संबोधित करते-करते इमरान खान इस कदर बहक गए कि उन्होंने अपने ही देश के चुनाव आयोग को खरी खोटी सुना दी. उन्होंने कहा, 'इलेक्शन कमीशन का बहुत बड़ा रोल है, उन्होंने क्यों कहा कि सीक्रेट बैलेट होना चाहिए. ये ऐसा हो कि हम पता कर सकें कि कौन बिका है. हम अपने मुल्क के सामने क्या मिसाल पेश कर रहे हैं.'
ये भी पढ़ें:- 'दीदी' भवानीपुर से नहीं नंदीग्राम से लड़ेंगी चुनाव, बीजेपी बोली- ममता ने मान ली हार
इसके बाद पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने अपने ही प्रधानमंत्री को जवाब दिया कि अगर हम आपकी सिफारिशों को सुन सकते हैं, तो हम आपकी शिकायतें क्यों नहीं सुन सकते? हमपर कीचड़ न उछालें. इमरान का नाम लिए बिना चुनाव आयोग ने कहा कि चुनाव में जहां जीत मिली वहां तो वाह-वाह किया, लेकिन जब हार गए तो सवाल उठाने लगे?
ये भी पढ़ें:- ब्लू साड़ी में Neha Kakkar ने ढाया कहर, Photos देख पति के भी छूटे पसीने
विदेश मामलों के जानकार रॉबिंदर सचदेव का कहना है कि शनिवार को पाकिस्तान की संसद में क्या होने वाला है इमरान खान को इसका अहसास पहले ही हो गया है. शनिवार को संसद में विश्वास मत का रिजल्ट क्या आएगा उसके संकेत भी इमरान खान ने गुरुवार को ही दे दिए थे. विपक्षी पार्टियां तो इमरान खान के गेम को ओवर बता रही हैं. अब सबकुछ इमरान खान की टीम पर निर्भर करता है कि उनके साथी उनके लिए बैटिंग करेंगे या इमरान खान को ही रन आउट करवा देंगे.
LIVE TV