Coronavirus: Wuhan की उन सभी जगहों का दौरा करेगी WHO की टीम, जिन पर है दुनिया को शक
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Coronavirus: Wuhan की उन सभी जगहों का दौरा करेगी WHO की टीम, जिन पर है दुनिया को शक

15 दिन पहले वुहान पहुंची WHO की क्‍वारंटीन की अवधि पूरी करने के बाद साइट विजिट करने के लिए तैयार है. टीम उन सभी जगहों का दौरा करेगी, जिन्‍हें कोरोना वायरस की उत्‍पत्ति की जगह माना जा रहा है. 

 

चीन का फूड मार्केट (फाइल फोटो)

जेनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के विशेषज्ञ वुहान में अपनी पहली साइट विजिट करने के लिए तैयार हैं. इससे पहले शुक्रवार को विशेषज्ञों ने चीनी अधिकारियों से मुलाकात की. डब्ल्यूएचओ के ये विशेषज्ञ वुहान (Wuhan) के फूड मार्केट में जांच करने वाले हैं, जहां से कोरोना वायरस महामारी शुरू हुई थी. विशेषज्ञों की टीम अस्पतालों का दौरा करेगी, साथ ही वैज्ञानिकों और कोरोना वायरस के शुरुआती रोगियों से मुलाकात करेगी. 

  1. जल्‍द साइट विजिट शुरू करेगी WHO की टीम 
  2. सीडीसी लैब, हुनान बाजार का भी करेगी दौरा 
  3. दुनिया के विशेषज्ञों को चीनी समकक्षों के साथ जुड़ने की जरूरत 

वुहान की CDC लैब में भी जाएगी टीम 

WHO की टीम वुहान की CDC लैब में भी जाएगी. WHO ने गुरुवार रात ट्वीट कर कहा, 'फील्ड विजिट में वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, हुनान मार्केट और वुहान सीडीसी लैब शामिल होंगी.' इनमें से हुनान बाजार (Hunan market) को कोरोनोवायरस प्रकोप का पहला बड़ा क्‍लस्‍टर माना जाता है.

हालांकि, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (Wuhan Institute of Virology) में एक टेस्टिंग फै‍सिलिटी चल रही है. इस संस्‍थान का लेकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आखिर तक कहते रहे कि कोरोना वायरस यहीं से निकला था.  

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वॉशिंगटन ने की है स्‍पष्‍ट जांच की मांग 

चीन इस मामले में WHO की टीम से जांच कराने से लगातार कतराता रहा है और बड़ी मुश्किल से उसने टीम को चीन में आने की अनुमति दी है. जबकि वॉशिंगटन लगातार मजबूत और स्पष्ट जांच की मांग कर रहा है. 

WHO प्रमुख ने की चीनी स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री से चर्चा 

इसी बीच चीन ने गुरुवार को अमेरिका को 'राजनीतिक हस्तक्षेप' न करने को लेकर चेतावनी तक दे डाली थी. इसके बाद गुरुवार की देर रात एक ट्वीट में WHO के प्रमुख टेड्रोस एडोम घेब्रेयसिस ने कहा कि उन्होंने चीन के स्वास्थ्य मंत्री मा शियाओवेई के साथ खुलकर चर्चा की थी. उन्‍होंने कहा, 'मैंने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों को सपोर्ट, वहां तक पहुंच और डेटा की जरूरत है. साथ ही उन्‍हें अपने चीनी समकक्षों के साथ पूरी तरह से जुड़ने का मौका भी मिलना चाहिए.' वहीं WHO के विशेषज्ञों का 2 हफ्तों का क्‍वारंटीन भी गुरुवार को पूरा हो गया. 

चीन के नेशनल हेल्‍थ कमीशन का कहना है कि वायरस के कारण देश में 4,636 लोग मारे गए हैं. वहीं साल 2020 में देश की जीडीपी 2.3 प्रतिशत बढ़ी है और इस मुकाम तक पहुंचने वाली वह एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है.

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