Vastu Tips: नया घर बना रहे हैं तो ईशान कोण का रखें ध्यान, ये गड़बड़ की तो हमेशा रहेंगे परेशान

Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में दिशाओं के अनुसार क्रिया-कलाप करने में मनचाहे परिणाम प्राप्त होते हैं. आज बात करते हैं उत्तर-पूर्व दिशा की. उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा को वास्तु में ईशान कोण कहा गया है. यह दिशा-क्षेत्र किसी भी इमारत का सबसे पवित्र स्थान होता है, जिसमें ईश्वर का निवास स्थान होता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Aug 21, 2022, 06:19 AM IST
  • जानें क्यों इतना महत्वपूर्ण होता है ईशान कोण
  • जानिए इस दिशा में क्या करें और क्या न करें?
Vastu Tips: नया घर बना रहे हैं तो ईशान कोण का रखें ध्यान, ये गड़बड़ की तो हमेशा रहेंगे परेशान

नई दिल्लीः Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में दिशाओं के अनुसार क्रिया-कलाप करने में मनचाहे परिणाम प्राप्त होते हैं. आज बात करते हैं उत्तर-पूर्व दिशा की. उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा को वास्तु में ईशान कोण कहा गया है. यह दिशा-क्षेत्र किसी भी इमारत का सबसे पवित्र स्थान होता है, जिसमें ईश्वर का निवास स्थान होता है.

पूर्व और उत्तर की दिशाएं मिलती हैं
पूर्व और उत्तर दिशाएं जहां पर मिलती हैं, उस स्थान को ईशान दिशा कहते हैं. वास्तु के अनुसार घर में इस स्थान को ईशान कोण कहते हैं. भगवान शिव का एक नाम ईशान भी है. चूंकि भगवान शिव का आधिपत्य उत्तर-पूर्व दिशा में होता है इसीलिए इस दिशा को ईशान कोण कहा जाता है.

पूर्वोत्तर पवित्र है और इसे वास्तु में सर्वशक्तिमान का निवास माना जाता है, जो इसे पूजा के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है. मंदिर क्षेत्र, जब वास्तु शास्त्र के अनुसार रखा जाता है, तो घर और उसके रहने वालों के लिए स्वास्थ्य, समृद्धि और खुशी ला सकता है.

ईशान कोण को रखना चाहिए साफ सुथरा
ऐसा माना जाता है कि घर के ईशान कोण को हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए, जिससे घर में सुख-शांति, आरोग्य और लक्ष्मी का वास हो. घर में भी इस दिशा को मंदिर या पूजा के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है.
 
ईशान कोण में क्या करें
1. अगर आप घर की खुशहाली चाहते हैं तो आपको घर के ईशान कोण में पूजा का स्थान बनाना चाहिए. इस स्थान पर की गई पूजा हमेशा ईश्वर को स्वीकार्य होती है और इससे घर की सुख समृद्धि भी बनी रहती है.
2. घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए इस दिशा क्षेत्र को साफ-सुथरा रखना चाहिए, जिससे घर में नकारात्मकता ऊर्जा न रहे.  
3. यह स्थान हमेशा किसी जल के स्रोत जैसे कुआं, बोरिंग, मटका या फिर पीने के पानी के लिए सर्वात्तम है. यदि आप नया घर बनवा रहे हैं तो घर के इसी कोने में बोरिंग की व्यवस्था करें या भूमिगत पानी की टंकी बनवाएं.
4. इस दिशा को ध्यान की दिशा माना जाता है इसलिए बच्चों के पढ़ने का कमरा हमेशा ईशान कोण में ही होना चाहिए. इस दिशा में पढ़ाई करने से ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है.
6. इस दिशा में तुलसी और केले का पौधा लगाकर इनकी नियमित पूजा करने से आपको आर्थिक लाभ भी होगा.

ईशान कोण में क्या न करें
1. वास्तु के अनुसार भूलकर भी घर के ईशान कोण में कोई भी भारी चीज नहीं रखनी चाहिए. ऐसा माना जाता है कि यदि आप इस स्थान पर भारी चीज रख देते हैं तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार रुक जाता है, जिससे आपको धन हानि हो सकती है. इसलिए इस स्थान पर भारी अलमारी, स्टोर रूम आदि बनाने से बचें.
2. घर की यह दिशा सबसे पवित्र मानी जाती है और यहां ईश्वर का वास माना जाता है. इसलिए कभी भी इस जगह पर जूते चप्पल या फिर कूड़ा कचरा इकट्ठा न करें. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में परेशानियां आने लगती हैं.
3. घर के ईशान कोण में भूलकर भी आपको शौचालय नहीं बनाना चाहिए. ऐसा करने से शारीरिक और मानसिक समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं और आपकी जमापूंजी उपचार में खर्च होने लगती है.
4. घर के ईशान कोण में मुख्यरूप से नवविवाहित दंपत्ति का बेड रूम नहीं बनाना चाहिए. ऐसा करने से आपसी रिश्तों में मनमुटाव होता है और व्यर्थ की समस्याएं बढ़ने लगती हैं.

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