BJP का मिशन बंगाल: चुनाव से पहले बढ़ रही है ममता दीदी की टेंशन

पश्चिम बंगाल चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं, पश्चिम बंगाल राजनीतिक रणभूमि में तब्दील हो रहा है. बीजेपी शक्ति प्रदर्शन कर रही है. अपने 30 साल पुराने रथयात्रा फॉर्मूले को बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ हथियार बना चुकी है. बीजेपी का मानना है कि रथयात्रा के जरिए जनता तक मुद्दों को पहुंचाना आसान होता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 6, 2021, 07:18 PM IST
  • बंग की जंग में मोदी के महारथी
  • बंगाल में BJP की परिवर्तन यात्रा
  • बंगाल में BJP का रथ चलेगा?
  • बंगाल में दीदी का सिंहासन डोलेगा!
BJP का मिशन बंगाल: चुनाव से पहले बढ़ रही है ममता दीदी की टेंशन

कोलकाता: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में ये चुनावी साल है, अगले दो से तीन महीने में राज्य में विधानसभा चुनाव होना है. इसके लिए भारती बीजेपी ने वहां पूरी ताकत झोंक दी है. शनिवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल में परिवर्तन यात्रा की शुरुआत कर दी. अगले 25 दिनों तक बंगाल के 294 में से 250 विधानसभा सीटों पर बीजेपी की रथ यात्रा जाएगी.

दीदी के किले को भेदने की तैयारी

रथ यात्रा के जरिए बीजेपी ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के बंगाल में शक्ति प्रदर्शन की कोशिश की है और बीजेपी (BJP) को तो यही उम्मीद है कि इस शक्ति प्रदर्शन से ही बंगाल में सत्ता परिवर्तन होगा. जिसके लिए भाजपा ने अपनी कमर कस ली है. जिस अंदाज में बीजेपी पश्चिम बंगाल में अपना दम दिखा रही है, दीदी का सिंहासन डोलने लगा है.

माला फूल से सजे भगवा रंग के ट्रक के जरिए ही बीजेपी ने बंगाल जीतने के अभियान की शुरुआत कर दी. उपर दिया वीडियो बीजेपी की रथ यात्रा का है, जिसे बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने झंडा दिखाकर पश्चिम बंगाल के नदिया से रवाना किया. 

बीजेपी ने इसे परिवर्तन रथ यात्रा का नाम दिया है. इस पर प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi), जेपी नड्डा और बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष की बड़ी-बड़ी तस्वीर लगी है. इस हाईटेक रथ पर बंगाल के महापुरुषों की तस्वीरें भी लगी हैं, जिनमें स्वामी विवेकानंद, गुरु रवींद्रनाथ  टैगोर के चित्र भी लगे हुए हैं.

नदिया प्रशासन पहले तो बीजेपी की इस रथयात्रा को मंजूरी देने से इंकार कर रहा था. आखिरकार प्रशासन को बीजेपी की रथ यात्रा को मंजूरी देनी ही पड़ी. नदिया में नड्डा ने ममता सरकार पर चुन-चुन कर प्रहार किया.

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि 'हम सब जानते हैं यहां टोलबाजी और तुष्टिकरण हमेशा विराजमान रही है. अब परिवर्तन यात्रा से सबको जगायेंगे, लेकिन अब मुझे जो दृश्य दिख रहा है तो उससे लाग रहा है की परिवर्तन आ गया.' परिवर्तन रथ यात्रा के जरिए बीजेपी बंगाल में चुनावी जमीन को नापने की कोशिश करेगी, ताकि बंगाल के लोगों के दिल में जगह बनाई जा सके. बीजेपी राज्य में ऐसी 5 रथ यात्रा निकालेगी.

बंगाल में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा की पूरी डिटेल

  • 6 फरवरी: नदिया में जेपी नड्डा ने यात्रा को हरी झंडी दिखाया
  • 9 फरवरी: बीरभूम में जेपी नड्डा यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे
  • 9 फरवरी: झारग्राम में जेपी नड्डा यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे
  • 11 फरवरी: कूच विहार में अमित शाह यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे
  • 12 फरवरी: दक्षिण 24 परगना में नित्यानंद राय यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे

जेपी नड्डा ने नदिया से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की है. 9 फरवरी को फिर से नड्डा झारग्राम और बीरभूम में परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे. 11 फरवरी को कूचबिहार में गृहमंत्री अमित शाह परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे, जबकि 12 फरवरी को गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय दक्षिण 24 परगना में परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे. इस तरह कुल 5 रथयात्रा के जरिए बीजेपी (BJP) दो तिहाई से ज्यादा विधानसभा सीटों पर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी.

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बीजेपी बंगाल चुनाव को जीतने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. बीजेपी की कोशिश है कि चुनाव से पहले ही हर जिले में उनके नेता पहुंचे. इन पांचों यात्राओं के जरिए बीजेपी 294 में से तकरीबन 250 विधानसभा को कवर करेगी. अगले 20 से 25 दिनों में बीजेपी बंगाल के वोटरों को दिल में अपनी जगह बनाने के लिए इस रथ यात्रा का इस्तेमाल करेगी. नदिया में बीजेपी अध्यक्ष श्री श्री गौरंग आश्रम भी गए. ये जगह श्री चैतन्य महाप्रभु का जन्मस्थान है.

नदिया में परिवर्तन यात्रा शुरू करने से पहले जेपी नड्डा ने मालदा में किसानों के साथ सामूहिक भोज किया. जमीन पर बैठकर नड्डा को पत्तल पर खिचड़ी परोसी गई. नड्डा के अगल-बगल में किसान बैठे थे और उसी पंक्ति में बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष भी बैठकर खाना खा रहे थे.

किसानों के साथ भोजन करके बीजेपी ने बंगाल के 35 लाख से ज्यादा किसानों को लुभाने की कोशिश की है. नड्डा ने दावा किया कि 35 लाख किसान कृषक सुरक्षा अभियान से जुड़े हैं. किसानों के बहाने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ममता बनर्जी पर कड़ा प्रहार किया.

उन्होंने कहा कि 'ममता ने किसानों के साथ बहुत बड़ा अन्याय किया है, प्रधानमंत्री सम्मान निधि, 6 हजार रुपये का, ममता ने मोदी जी के इस स्कीम को अपनी जिद्द में लागू नहीं होने दिया और बंगाल का किसान हमारे सहयोग से वंचित रहा. आज जब बंगाल के करीब 25 लाख किसानों ने केंद्र सरकार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए अर्जी भेजी, तो ममता जी कहती हैं कि मैं भी योजना लागू करूंगी. ममता जी अब चुनाव आ गए हैं. अब पछताए होत क्या, जब चिड़िया चुग गई खेत.'

किसानों से मुलाकात के बाद जेपी नड्डा ने पश्चिम बंगाल के मालदा में रोड शो किया. एक खुले ट्रक पर जेपी नड्डा ने रोड शो किया और उनके पीछे गाड़ियों का लंबा काफिला था. रोड शो में हज़ारों बीजेपी कार्यकर्ताओं की भीड़ दिखी.

नड्डा का दावा, बंगाल में खिलेगा कमल

मालदा की गलियां और सड़कें सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ताओं से भरी नजर आ रही थीं. मालदा के लोग अपने-अपने छतों और बरामदों से रोड शो को देख रहे थे. यहां उन्होंने ZEE Media को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में दावा किया कि बंगाल की जनता ने कमल खिलाने का फैसला कर लिया है.

25 फरवरी को बैरकपुर में बीजेपी की ये परिवर्तन रथ यात्रा खत्म होगी. 2011 के बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने परिवर्तन का नारा दिया था. उसी नारे का कमाल था कि उन्होंने बंगाल से लेफ्ट को साफ कर दिया था. अब 10 साल बाद बीजेपी ने ममता बनर्जी के उसी परिवर्तन के नारे को अपना हथियार बना लिया है, देखना होगा कि अब बीजेपी परिवर्तन रथ यात्रा से बंगाल में सत्ता परिवर्तन कर पाती है या नहीं.

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जेपी नड्डा ने मालदा में कृषक सुरक्षा सहभोज में शामिल हुए और किसानों के साथ भोजन किया, फिर मालदा में रोडा शो किया. वहीं रविवार को बंगाल के हल्दिया में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम है, जबकि 11 फरवरी को अमित शाह बंगाल के दौरे पर जाएंगे और कूच विहार में परिवर्तन रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे.

'जय श्रीराम' से दीदी को क्यों आता है गुस्सा?

जय श्रीराम का नारा बीजेपी का हर नेता लगा रहा है और ममता बनर्जी तो जैसे ही जय श्रीराम सुनती हैं, उनका रक्तचाप यानी ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है. बीजेपी के नेता बंगाल जाकर किसानों के साथ किसानों के घर भोजन कर रहे हैं और किसानों को बता रहे हैं कि ममता सरकार ने मोदी सरकार की किसान योजनाएं बंगाल की किसानों से छीन ली हैं. बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा बंगाल में चुनावी रण जीतने के लिए रथयात्रा कर रहे हैं. ममता बनर्जी को रथयात्रा से गहरा ऐतराज है. बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस की चुनावी राजनीति के बीच हर किसी के मन में कुछ सवाल उठ रहे हैं.

सवाल नंबर 1). जय श्रीराम से बनेगा बीजेपी का काम?

सवाल नंबर 2). किसान बीजेपी को जिताएंगे बंगाल?

सवाल नंबर 3). बंगाल में 'शक्ति प्रदर्शन' से होगा सत्ता परिवर्तन?

सवाल नंबर 4). बीजेपी की रथयात्रा से टेंशन में दीदी?

सवाल नंबर 5). रथयात्रा से बंगाल में बदलेगा गेम?

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