नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए CBI की टीम मुंबई पहुंच गई है. सुशांत केस की जांच के लिए सीबीआई की टीम मुंबई पहुंच चुकी है. सीबीआई एसपी नूपुर प्रसाद के साथ 15 अफसरों की टीम केस की जांच करेगी. सीबीआई की टीम मुंबई पुलिस से केस से जुड़े सभी सबूत इकट्ठा करेगी.
मुंबई पहुंची CBI की SIT टीम
सुशांत केस में सीबीआई टीम को मुंबई में बीएमसी क्वारंटीन से छूट देगी. सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि सीबीआई टीम अगले 10 दिन तक मुंबई में रूक कर जांच करेगी. कल सीबीआई की टीम सुशांत के घर पहुंच कर क्राइम सीन रिक्रेट करेगी. सीबीआई की टीम सुशांत का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से भी मुलाकात करेगी.
#WATCH Maharashtra: Central Bureau of Investigation (CBI) team that will probe #SushantSinghRajput case, arrives in Mumbai. pic.twitter.com/3Bixojqnj6
— ANI (@ANI) August 20, 2020
समानांतर जांच नहीं करेगी मुंबई पुलिस
मुंबई पहुंचकर सीबीआई की टीम अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच शुरू करने वाली है. लेकिन उससे पहले सुशांत केस पर महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर आई है. सूत्रों के मुताबिक सुशांत मामले में मुंबई पुलिस समानांतर जांच नहीं करेगी. साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने रिव्यू पिटीशन फाइल नहीं करने का फैसला लिया है. सुशांत केस में मुंबई पुलिस CBI को पूरा सहयोग देगी. और केस से जुड़े सभी दस्तावेज़ CBI को मुंबई पुलिस सौंपेगी.
जाहिर है सुशांत केस की जांच में कल तक मुंबई पुलिस पर भरोसा करने वाली महाराष्ट्र सरकार अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई जांच में भी पूरा सहयोग के लिए तैयार है. लेकिन सरकार में शामिल शिवसेना ने आज एक बार फिर मुखपत्र सामना के ज़रिए सवाल किया है.
सामना के जरिए CBI जांच पर सवाल
सामना में लिखा गया है कि "सुप्रीम कोर्ट में सुशांत का मामला कम के कम डबल बेंच के सामने चलाया जाना चाहिए था, ऐसी अपेक्षा थी. यदि पटना में दर्ज प्राथमिकी सही थी, तो क्या यदि इस मामले के वे अन्य लोग जो दूसरे राज्यों से हैं, पश्चिम बंगाल में प्राथमिकी दर्ज कराएं, तो क्या कोलकाता पुलिस को जांच का अधिकार मिल जाएगा? सुशांत ने आत्महत्या क्यों की? इसका रहस्य जानने में पुलिस जुटी हुई है लेकिन यह रहस्य पाताल में दबी एक कुप्पी है. वह कुप्पी सिर्फ़ बिहार की पुलिस या सीबीआई ही ढूंढ पाएगी, यह एक प्रकार का भ्रम है."
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सुशांत सिंह राजपूत की मौत के 66 दिन हो चुके है. अब तक इस मामले में जांच के नाम पर सिर्फ सियासत हुई. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ये उम्मीद की जानी चाहिए कि अब इस मामले पर सियासत नहीं बल्कि सिर्फ जांच हो. जिससे जल्द से जल्द सुशांत सिंह राजपूत और उनके परिवार को न्याय मिल सके.
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