नई दिल्ली: खुफिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि लश्कर और हिज़्बुल के आतंकवादी मिलकर एक ख़तरनाक प्लान बना रहे हैं. सुरक्षा बल आमतौर पर केंद्रीय स्तर पर मिलने वाले राशन का इस्तेमाल करते हैं फिर भी कई चीजें स्थानीय स्तर पर खरीदीं जाती हैं. इनके जरिए आतंकवादी हमला करने की कोशिश में हैं.
गोलियों से हारे तो आतंकी 'जहर' के सहारे?
बौखलाया पाकिस्तान अब दहशतगर्दी फैलाने के लिए नए तरीके इजाद कर रहा है. बॉर्डर पर घुसपैठ में नाकाम रहने के बाद नापाक पाकिस्तान जहर के जरिए आतंक फैलाने में जुटा हुआ है और इस साजिश का पर्दाफाश हुआ है. कश्मीर में सेना से हर मोर्चे पर हारने के बाद आतंकियों ने ज़हर वाली साज़िश रची है.
सूत्रों के मुताबिक आतंकी संगठन लश्कर और हिज्बुल के आतंकियों ने मिलकर सेना के खिलाफ खतरनाक प्लान बनाया है. आतंकी सेना के खाने में जहर मिलाने की साजिश रच रहे हैं. साथ ही पानी और सेना तक पहुंचने वाले पेय पदार्थों में भी जहर मिलाने की साजिश की जा रही है. इसके तहत सुरक्षाबलों के कैंपों को निशाना बनाया जा सकता है.
खुफिया रिपोर्ट में साजिश का खुलासा
खुफिया रिपोर्ट में हुआ खुलासा हुआ है कि हमले की साजिश के लिए ऐसे लोगो को चुना गया जिनका सुरक्षाबलो कैंप में आसानी से आना जाना है. इस खुलासे के बाद सुरक्षाबलों के सभी राशन डिपो की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं. साथ ही कहा गया है कि कश्मीर आने वाले राशन की पूरी तरह जांच की जाए.
इसके अलावा शोपियां में हिज्बुल और जैश के आतंकी एकजुट होकर सुरक्षाबलों पर फिदायीन हमले की साजिश रच रहे हैं. लेकिन घाटी में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सुरक्षाबलों का 'ऑपरेशन ऑलआउट' जारी है. 2019 में जम्मू-कश्मीर में 160 आतंकी मारे जा चुके हैं. इस साल 102 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है. कश्मीर घाटी में अभी भी 250 आतंकवादी सक्रिय हैं.
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कश्मीर से अनुछेद 370 हटने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है. क्योंकि, पाकिस्तान LoC से लगातार आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश में लगा है.
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