नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन काननू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है. दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शन का आज 71 वां दिन है. वहीं अब दिल्ली के अलग अलग इलाकों में प्रदर्शन के नाम पर सड़कों को जाम किया जा रहा है. हर जगह पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है. लेकिन लोगों की मुश्किल बढ़ गई है.
शाहीन बाग की आंच फैलाने की कोशिश
दंगा भड़काने वाले शरजील इमाम ने अपने बयान में कहा था कि हजारों शाहीन बाग बनाने पड़ेंगे. ऐसे में अब शाहीन बाग के बाद दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में शाहीन बाग जैसा प्रदर्शन शुरू किया जा रहा है, वो भी तब जब सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही शाहीन बाग को फटकार लगाया है. जाफराबाद और फिर चांदबाग में भी भारी संख्या में महिलाओं का धरना शुरू हो गया है.
दिल्ली के जाफराबाद में क्या हुआ?
- कल रात जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर बड़ी तादाद में महिलाएं पहुंची
- महिलाओं ने कहा- वो भारत बंद के लिए प्रदर्शन करने आई हैं
- महिलाओं ने कहा- वो भारत बंद के प्रदर्शन के बाद चली जाएंगी
- झूठ बोलकर महिलाओं ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन पर क़ब्जा किया
- प्रदर्शन के नाम पर जाफराबाद सड़क को जाम कर दिया गया
- महिलाओं ने एक तरफ की सड़क पर कब्जा कर लिया
- जाफराबाद, सीलमपुर और लोनी कॉलोनी को जोड़ती है ये सड़क
- जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास भारी संख्या में पुलिस की तैनाती
शाहीन बाग के लिए 'योगी फॉर्मूला' ही बेहतर
यहां पर काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है. जाफराबाद मेट्रो स्टेशन को बंद करना पड़ा. इस मेट्रो स्टेशन पर लोगों को मेट्रो ट्रेन में चढ़ने या उतरने की इजाजत नहीं है. यानी दिल्ली के 3 इलाकों में CAA विरोधी प्रदर्शन हो रहा है.
ये हैं भजनपुरा चांद बाग रोड - अभी अभी ये सड़क भी बंद कर दी हैं मुस्लिम भीड़ ने
उधर से जाफराबाद बंद, इधर से चांद बाग बंद
यानी दिल्ली के जमनापार में रहने वाले लगभग 35 लाख लोग अब कैद में हैं, ना कोई आ सकता, ना जा सकता
बाहर जाने के दोनों रास्तों पर कब्ज़ा हो चुका हैं pic.twitter.com/8FNplzi982
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 23, 2020
शाहीन बाग के बाद जाफराबाद और अब चांद बाग में भी लोग प्रदर्शन पर उतर आए हैं. प्रदर्शन की वजह से चांदबाग इलाके में जाम लगा हुआ है. चांदबाग इलाके में वजीराबाद से गोकुलपुरी तक सड़क पर जाम है और लोग पिछले कई घंटे से जाम में फंसे हुए हैं. वहीं खजूरी खास में भी लोग सड़कों पर है. प्रदर्शनकारियों ने CAA और NRC को वापस लेने की मांग की. जबकि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने जाफराबाद प्रदर्शन के जवाब में मौजपुर में CAA के समर्थन में प्रदर्शन किया. कपिल मिश्रा ने ये भी कहा कि दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे.
दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 23, 2020
दिल्ली को बंधक बनाने की साजिश?
जाफराबाद, चांद बाग, शाहीन बाग, खुरेजी क्या इन चारों जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून की आड़ में सड़क जाम कर दिल्ली को बंधक बनाने की साजिश की जा रही है?
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किसी के भी जेहन में ये सवाल नहीं उठ रहा कि दिल्ली की जनता को हेने वाली परेशानी के लिए कौन जिम्मेदार है? देखने वाली बात ये है कि इस तरह के प्रदर्शनों को कब तक इजाजत मिलती है? क्या चांदबाद और जाफराबाद में भी हालात शाहीनबाग जैसे होंगे या फिर इनपर कोई कार्रवाई होगी?
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