भारत में कोरोना की रफ्तार 'बेकाबू': बीते 24 घंटे में सबसे अधिक 9,983 संक्रमण के केस

देश में कोरोना की रफ्तार बेलगाम होती दिख रही है. जैसे-जैसे कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ रही है पॉजिटिव केस भी बढ़ते जा रहे हैं. इस बीत भारत में कोरोना के मामले ने 2.5 लाख के बैरियर को पार कर दिया है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jun 8, 2020, 11:47 AM IST
    • कोरोना वायरस पर नवीनतम जानकारी
    • 24 घंटे में करीब 10 हजार नये मामले
    • भारत में टेस्टिंग का हिसाब-किताब
भारत में कोरोना की रफ्तार 'बेकाबू': बीते 24 घंटे में सबसे अधिक 9,983 संक्रमण के केस

नई दिल्ली: दुनिया का छोटे से छोटा और बड़े से बड़ा कोई भी देश कोरोना से अछूता नहीं रहा है. 33 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाले अमेरिका को महामारी ने सबसे ज्यादा परेशान किया. लेकिन भारत में भी कोरोना की रफ्तार ने हर किसी को सहमा कर रख दिया है. देश में कोरोना संक्रमण की स्पीड बेकाबू होती जा रही है.

कोरोना वायरस पर नवीनतम जानकारी

केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने 08 जून 2020, सुबह 8 बजे तक के ताजा आंकड़े जारी किये तो हर रोज की तरह सोमवार को भी तकरीबन 10 हजार नये केस सामने आए.

ताजा आंकड़ों की बात करें तो देश में फिलहाल कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामले 1 लाख 25 हजार 381 है. वहीं ठीक हो चुके मरीजों की संख्या या फिर अस्पताल से छुट्टी / देशांतर मामले 1 लाख 24 हजार 095 हैं. वहीं अबतक कुल 7 हजार 135 लोगों ने कोरोना के चलते अपनी जान गंवा चुकी है.

24 घंटे में करीब 10 हजार नये मामले

भारत में कोरोना की रफ्तार वाकई डराने वाली है. क्योंकि बीते 24 घंटे में 9,983 नये केस सामने आए हैं. वहीं अगर मौत के मामले की बात करें तो रविवार सुबह 8 बजे से लेकर सोमवार सुबह 8 बजे तक कुल 208 लोगों ने अपनी जान गंवा दी.

भारत अब उन देशों में शामिल हो चुका है जहां कोरोना सबसे तेजी से फैल रहा है. यही कारण है कि कोरोना मरीजों की संख्या के मामले में भारत अब 5वें स्थान पर पहुंच गया है. जिस तेजी से भारत में कोरोना फैल रहा है उससे साफ है कि अगले कुछ दिन में ही भारत ब्रिटेन को भी पीछे छोड़ देगा.

भारत में टेस्टिंग का हिसाब-किताब

1 जून को पहली बार भारत में 1 लाख से ज्यादा टेस्ट किए गए और इस दिन मरीजों की संख्या 8 हजार 392 रही. 2 जून को भारत में 1 लाख 29 हजार के करीब टेस्ट हुए और कोरोना मरीजों की संख्या 8 हजार 171 रही. 3 जून को टेस्ट बढ़कर 1 लाख 37 हजार हुए और कोरोना मरीजों की संख्या 8 हजार 909 रही. 4 जून को 1 लाख 39 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए और मरीजों की संख्या 9 हजार 304 रही. 5 जून को भारत में 1 लाख 43 हजार से ज्यादा टेस्ट हुए जिनमें से 9 हजार 851 लोग पॉजिटिव पाए गए. 6 जून को 1 लाख 38 हजार टेस्ट हुए और मरीजों की संख्या 9 हजार 887 हो गई. 7 जून को टेस्ट हुए 1 लाख 42 हजार से ज्यादा और मरीजों की संख्या 9 हजार 971 रही.

यदि आंकड़ों पर नजर डालें तो कुल टेस्ट और कुल मरीजों का औसत 7 फीसदी से ज्यादा बैठता है. लेकिन यदि टेस्टिंग के दौरान सबसे अधिक पॉजिटिव मामले के आने की बात करें, तो देश की राजधानी दिल्ली के डेटा वाकई डराते हैं. क्योंकि यहां 100 में 25 लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं.

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130 करोड़ की आबादी वाले देश भारत में जब लॉकडाउन लागू हुआ तो कोरोना मरीजों की संख्या 500 से कुछ ज्यादा थी. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 21 दिन मांगे थे और लगा था कि 21 दिन में सब कुछ ठीक हो जाएगा. लेकिन दिन महीनों में बीत गए और सैकड़ों के आंकड़े लाखों में तब्दील हो गए. ऐसा कभी भी नहीं लगा कि हालात काबू में हैं या फिर आंकड़ों की बढ़ोतरी में कोई कमी आई है.

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