Cyclone Remal updates: भारत, बांग्लादेश में 16 की मौत, पश्चिम बंगाल में बिजली कटी

Cyclone Remal Top Updates: बांग्लादेश में कम से कम 10 लोग मारे गए, जबकि बाकी मौतें पश्चिम बंगाल में हुईं. अधिकारियों ने कहा कि कुछ पीड़ितों की राहत आश्रयों की ओर जाते समय मौत हो गई और अन्य की डूबने से या भारी जलभराव और तूफान के कारण उनके घर ढह जाने से मौत हो गई.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : May 28, 2024, 09:56 AM IST
  • चक्रवात रेमल के कारण बिजली गुल
  • पश्चिम बंगाल में बिजली की चपेट में आने से कई मरे
Cyclone Remal updates: भारत, बांग्लादेश में 16 की मौत, पश्चिम बंगाल में बिजली कटी

Cyclone Remal Top Updates: साल के पहले बड़े चक्रवाती तूफान रेमल ने बंगाल की खाड़ी के तट के पास दस्तक दे दी है. पूरे बांग्लादेश और भारत में अब तक 16 लोगों की जान जा चुकी है. बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी बारिश के कारण दर्जनों लोग घायल हो गए और बिजली लाइनों को भारी नुकसान होने की खबर है.

मौसम अधिकारियों ने कहा कि 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाला तूफान रविवार देर रात बांग्लादेश के दक्षिणी बंदरगाह मोंगला और पश्चिम बंगाल के निकटवर्ती सागर द्वीप समूह को पार कर गया और रात 9 बजे के आसपास यहां पहुंचा.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश में कम से कम 10 लोग मारे गए, जबकि बाकी मौतें पश्चिम बंगाल में हुईं. अधिकारियों ने कहा कि कुछ पीड़ितों की राहत आश्रयों की ओर जाते समय मौत हो गई और अन्य की डूबने से या भारी जलभराव और तूफान के कारण उनके घर ढह जाने से मौत हो गई.

बिजली गुल
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में बिजली की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या छह हो गई है. तूफान के कारण बिजली की लाइनें भी प्रभावित हुईं, जिससे कई तटीय इलाकों में बिजली गुल हो गई.

चक्रवात रेमल के कारण बांग्लादेश में लगभग 30 लाख लोग और पश्चिम बंगाल में हजारों लोग बिजली के बिना रहने को मजबूर हैं. बंगाल के अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 1,200 बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि 300 मिट्टी की झोपड़ियां ढह गईं.

बिजली मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि बांग्लादेश ने दुर्घटनाओं से बचने के लिए कुछ क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति पहले ही बंद कर दी, जबकि पेड़ गिरने और बिजली की लाइनें टूटने से कई तटीय शहरों में आपूर्ति बाधित हो गई.

कोलकाता में बाढ़
27 मई को भारी बारिश के कारण कोलकाता की सड़कों पर बाढ़ आ गई, कई दीवारें ढह गईं और कम से कम 52 पेड़ गिर गए. 50 से अधिक रद्द होने के बाद कोलकाता ने रविवार से उड़ानें फिर से शुरू कर दीं. उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी बहाल कर दी गईं.

भारत और बांग्लादेश दोनों ने भारी बारिश और तटीय क्षेत्रों में बढ़ते जल स्तर के कारण दैनिक जीवन में व्यवधान के कारण कम से कम 10 लाख लोगों को राहत आश्रयों में पहुंचाया. 

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