दिल्ली: दिल्ली में हुई हिंसा ने पूरे देश को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि देश में विपक्ष के प्रयोजित विरोध में किस प्रकार आम आदमी को निशाना बनाया जा रहा है. कट्टर मुस्लिम नेताओं और जेहादियों द्वारा चलाए जा रहे नागरिकता कानून विरोधी हिंसक आंदोलन से देश और मोदी सरकार की छवि बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है.
अमित शाह के घर मैराथन बैठकों का दौर जारी
इससे निपटने के लिये अमित शाह ने कमर कस ली है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर मैराथन बैठकों का दौर जारी है. बीते 24 घंटे में गृह मंत्री ने तीन बैठकें की. देर रात उन्होंने दिल्ली पुलिस और गृह मंत्रालय के आला अधिकारियों के साथ-साथ दिल्ली की हिंसक स्थिति से निपटने के लिए तैनात किए गए दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) आईपीएस एसएन श्रीवास्तव के साथ तीन घंटों तक बैठक की.
अमित शाह ने रद किया त्रिवेंद्रम दौरा
गृह मंत्रालय ने उपद्रवियों से निपटने के सख्ती से आदेश दिए हैं और अमित शाह ने त्रिवेंद्रम का दौरा भी रद्द कर दिया है. गृह मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अमित शाह ने तीन घंटों तक चली इस बैठक में अधिकारियों से ताजा स्थिति की जानकारी ली. साथ ही स्थिति नियंत्रण करने के लिए भी विस्तार से चर्चा हुई.
बड़े नेताओं और अधिकारियों के साथ की बैठक
अमित शाह ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के बाद राष्ट्रीय राजधानी में हालात पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, कांग्रेस नेता सुभाष चोपड़ा, भाजपा के नेता मनोज तिवारी और रामवीर बिधूड़ी भी शामिल हुए.
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उल्लेखनीय है कि अमित शाह ने बैठक कर दंगाईयों के खिलाफ सख्त एक्शन को लेकर भी चर्चा की है. दंगाईयों ने आतंक फैलाने और दिल्ली को जलाने के लिए जो साजिश रची है, उसे नाकाम करने के मकसद से केंद्र और दिल्ली सरकार एक साथ काम कर रही हैं. ऐसे में दंगाईयों को अपने दिमाग में ये बैठा लेना चाहिए कि उनके इस गुनाह की सजा उन्हें जरूर भुगतनी पड़ेगी.