आनंदः गुजरात के आनंद जिले से दो समुदायों के बीच झड़प की सूचना मिली है. अफरा-तफरी के माहौल के बीच एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है. गुस्साए लोगों ने मौके पर आगजनी कर दी और जमकर मारपीट की. अकबरपुर गांव में दो पक्षों के बीच हुई इस झड़प के बाद माहौल तनावपूर्ण है. पुलिस के मुताबिक जिस शख्स को गोली लगी, उसकी पहचान हो गई है. मृत शख्स का नाम विनोद चावड़ा है. दोनों पक्ष तब आमने-सामने आ गए जब जुमे की नमाज के दौरान दो गुट एक-दूसरे पर पत्थरबाजी करने लगे. पास के ही एक स्थानीय मस्जिद में लोग नमाज भी पढ़ रहे थे. पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है.
Gujarat: A clash broke out between two groups in Khambhat, Anand district. Reema Munshi, Deputy SP says, "The two groups pelted stones at each other, police used rubber bullets & lathicharge to disperse them. The situation has been brought under control". (24.01.20) pic.twitter.com/HAzsCtWu69
— ANI (@ANI) January 24, 2020
पुलिस को जैसे ही घटना की सूचना मिली, पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. दोनों समुदाय एक-दूसरे के खिलाफ हिंसा पर उतर आए, जिसके बाद पुलिस को भीड़ हटाने के लिए मजबूरन लाठी चार्ज करना पड़ा. पुलिस ने भीड़ पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े और हवाई फायरिंग भी की. अकबरपुर गांव खंभात पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है. पत्थरबाजी क्यों हुई, अभी यह भी सामने नहीं आया है.
कैसे हुई मौत, साफ नहीं
पुलिस की कार्रवाई के बाद किसी तरह भीड़ पर काबू पाया गया. मामले को बढ़ता देखकर कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे थे. इलाके में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है. व्यक्ति की मौत कैसे हुई यह अब तक साफ नहीं हो सका है. व्यक्ति को भीड़ में से किसी ने निशाना बनाया है, या पुलिस फायरिंग में गलती से शख्स की गोली लगने से मौत हुई है, यह साफ नहीं हो सका है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि हिंसा में मृत शख्स शामिल नहीं था. वह किसी भी पक्ष की ओर से लड़ाई नहीं कर रहा था. इलाके में पुलिस भी तैनात थी. पुलिस मामले की जांच कर रही है. शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
कहीं CAA को लेकर विरोध की बात तो नहीं
दरअसल, जब यह बवाल भड़का, एक मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही थी. शु्क्रवार का दिन होने के कारण लोग मस्जिद में इकट्ठा थे. आशंका जताई जा रही है कि नागरिकता कानून के विरोध को लेकर तो मामला शुरू नहीं हुआ. दरअसल देश भर में अलग-अलग जगहों पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं. इसके पहले जब विरोध हिंसक हुए थे तब शुक्रवार का ही दिन था.