नई दिल्ली: भारत ने लद्दाख (Laddakh) में चीन (China) को पढ़ाया है पराक्रम का ऐसा पाठ, जिसे चीन कभी भूल नहीं सकता है. ढाई महीने के अंदर चीन ने दूसरी बार LAC पर गुस्ताखी की, जिसका भारत ने करारा जवाब दिया. ज़ी मीडिया ने आपको बताया था कि भारतीय सेना (Indian Army) ने किस तरह पैंगोंग (Pangong) में चीन के 500 सैनिकों को खदेड़ा दिया और अतिक्रमण की कोशिश को नाकाम कर दिया. इसी बीच चीन की एक और साजिश का पर्दाफाश हुआ है.
भारत-चीन तनाव पर सबसे बड़ी ख़बर
1. पैंगोंग में चीन की सेना की बड़ी साजिश नाकाम
2. पैंगोंग के ब्लैक टॉप पोस्ट पर भारतीय सेना का नियंत्रण
3. चीन की सेना ब्लैक टॉप पर कब्जा करना चाहती थी-सूत्र
4. भारतीय सेना ने PLA की साजिश को नाकाम किया
5. सेना ने ब्लैक टॉप से चीन के कैमरे और सर्विलांस सिस्टम को हटाया
चीन पैंगोंग के ब्लैक टॉप (Black Top) एरिया पर कब्जे की साजिश रच रहा था. लेकिन भारतीय सैनिकों ने चीन की पीएलए (PLA) की चाल को नाकाम कर दिया.
ब्लैक टॉप पर चीन की 'काली नज़र'
अब हम आपको एक और बड़ी जानकारी दे देते हैं. दरअसल, ब्लैक टॉप (Black Top) से ही जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है कि पैंगोंग के ब्लैक टॉप पर भारत-चीन की सेना आमने-सामने है. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार भारत-चीन के टैंक एक दूसरे की फायरिंग रेंज में हैं. ब्लैक टॉप (Black Top) में चीन की सेना की आवाजाही रोकी गई.
चीन की सेना ने ब्लैक टॉप (Black Top) के पास टैंक तैनात किए. ब्लैक टॉप पर भी चीन के मुकाबले भारतीय सेना काफी मजबूत है, पैंगोंग में भारतीय सेना टैंक और तोपखाने से लैस है. मतलब ये है कि भारत-चीन में बातचीत के बीच ब्लैक टॉप में तनाव बनी हुई है.
भारत ने LAC पर टैंकों की तैनाती की
LAC पर भारत ने अपने टैंकों को महत्वपूर्ण जगहों पर तैनात किया है. चुशूल के पास भारतीय सेना ने टैंकों को LAC के करीब तैनात किया. दरअसल, चुशूल और डेमचोक में हमले की आशंका को देखते हुए ये तैनाती की गई है. आपको बता दें, T-72 टैंक के साथ-साथ T-90 टैंक भी LAC के करीब तैनात किए गए हैं और बख्तरबंद गाड़ियों को भी LAC के पास भेजा गया है. लद्दाख में भारत ने वर्ष 2016 में भी टैंक ब्रिगेड तैनात की थी.
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