जानिये! निर्भया गैंगरेप केस के दोषी ने फांसी से बचने के लिये कौन सी चाल चली ?

निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को जल्द फांसी देने की मांग जोर- शोर से उठ रही है. ये लोग सजा से बचने के लिये राष्ट्रपति से दया की गुहार भी लगा चुके हैं. आइये आपको बतातें हैं कि इनमें से एक दोषी ने फांसी से बचने के लिये क्या चाल चली है?  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 10, 2019, 04:46 PM IST
    • दोषी ने फांसी की सजा से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की
    • पहले भी दाखिल कर चुके हैं पुनर्विचार याचिका
    • दोषी विनय शर्मा ने दया याचिका वापस लेने की मांग की थी
    • चल रही है फांसी देने की तैयारी
    • राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका कर चुका है दाखिल
जानिये! निर्भया गैंगरेप केस के दोषी ने फांसी से बचने के लिये कौन सी चाल चली ?

दिल्ली: निर्भया गैंगरेप केस में एक दोषी ने फांसी की सजा से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की. इसका नाम अक्षय कुमार सिंह है. इस केस में देश की सर्वोच्च अदालत ने सभी आरोपियों को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है.

पहले भी दाखिल कर चुके हैं पुनर्विचार याचिका

सुप्रीम कोर्ट से फांसी की सजा पाने के बाद दोषी विनय, पवन और मुकेश ने पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी लेकिन उसे खारिज कर दिया गया था. तब अदालत ने कहा था कि इन लोगों ने जितना जघन्य अपराध किया है वो क्षमा योग्य नहीं है. इन सभी आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है. अक्षय ने अब तक शीर्ष अदालत के समक्ष पुनर्विचार याचिका दायर नहीं की थी.

दोषी विनय शर्मा ने दया याचिका वापस लेने की मांग की थी

इससे पहले साल 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले के एक और दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर अपनी दया याचिका वापस लेने की मांग की थी. दोषी विनय शर्मा ने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से शनिवार को राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि उसे दया याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाए. वकील का दावा था कि गृह मंत्रालय की ओर से राष्ट्रपति को भेजी गई दया याचिका पर दोषी के हस्ताक्षर नहीं है.

चल रही है फांसी देने की तैयारी

दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रात हुए बर्बर निर्भया सामूहिक दुष्कर्म कांड के चारों दोषियों मुकेश सिंह, अक्षय कुमार सिंह, विनय शर्मा और पवन कुमार को फांसी देने की तैयारी शुरू हो गई है. तिहाड़ जेल प्रशासन ने इन्हें नोटिस देकर कहा कि मृत्युदंड के खिलाफ अगर सात दिन में राष्ट्रपति के पास दया याचिका नहीं लगाई तो फांसी की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी. सुप्रीम काेर्ट ने पिछले साल जुलाई में ही चाराें की पुनर्विचार याचिकाएं खारिज कर दी थीं.

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राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका कर चुका है दाखिल

एक दोषी विनय शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के समक्ष दया याचिका दायर की. शर्मा इस समय तिहाड़ जेल में कैद है. वह 16-17 दिसंबर 2012 की दरमियानी रात में दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 23 वर्षीय पैरामेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या करने का दोषी है. उल्लेखनीय है कि निर्भया की मौत 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर स्थित माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई थी. 

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