मुंबई: देशभर में कोरोना का कहर लगातार लोगों को खौफ के साए में जीने के लिए मजबूर कर रहा है. महाराष्ट्र में लॉकडाउन के डर से प्रवासी पलायन को मजबूर हो गए हैं. मुंबई-दिल्ली से बड़ी संख्या में मजदूर घर लौट रहे हैं. महाराष्ट्र में रेलवे और बस स्टेशनों के बाहर भारी भीड़ लगी हुई है.
मुंबई से पलायन के लिए मजबूर हो गए प्रवासी मजदूर
मुंबई से मजदूरों का पलायन जारी हैं. मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल स्टेशन पर पिछले कई दिनो से हजारो देश के अलग-अलग हिस्सो में जाने के लिए मजदूर पहुंच रहे हैं. मजदूरों के पलायन पर राज्य के श्रम मंत्री अपील कर रहे हैं कि वो राज्य छोड़कर ना जाए अघाड़ी सरकार उनका पूरा ख्याल रखेगी.
मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस पर हाथों में बैग और चेहरे पर परेशानी लिए लोग नजर आ रहे हैं. पलायन करने वाले लोगों में ज्यादातर वो लोग हैं जो मुंबई में छोटा-मोटा काम करके अपना घर चलाया करते थे, लेकिन कोरोना के कारण काम का बंद हो गया. हजारों की संख्या में पहुंचे मजदूरों में सिर्फ उन्हीं को जाने की मंजूरी मिल रही है जिनके पास कन्फर्म टिकट है. वेटिंग वालों को वापस भेज दिया जा रहा है.
रोजाना 50 हजार से ज्यादा मजदूरों का पलायन
एक अनुमान के मुताबिक मुंबई से रोजाना 50 हजार से ज्यादा मजदूर अपने गांव की तरफ जा रहे हैं. मजदूर को के पलायन पर राज्य सरकार मे श्रम मंत्री हसन मुशरिफ अपील कर रहे हैं कि वो मुंबई ना छोटे सरकार उनका ख्याल रखेगी. मुंबई में बड़ी सख्या में मजदूर स्टेट सेक्टर में लगे होते है. इस सेक्टर के लोगो का कहना है कि इसबार कि लॉकडाउन लगने की स्तिथि में उनके खाने, पीने, रहने का पूरा ख्याल रखा जाएगा.
गांव जाने के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लगी भीड़
महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों में प्रवासी मजदूरों की भीड़ अपने अपने गांव जाने के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लग गई है. पुणे के रेलवे स्टेशन पर भी प्रवासी मजदूर बड़ी संख्या में जमा हो गए. लोग किसी ना किसी आशा में रेलवे स्टेशन के बाहर भटकते नजर आ रहे हैं कि उनके जाने का कुछ इंतजाम हो जाएगा.
फर्जी कोविड रिपोर्ट गिरोह का भंडाफोड़
कोरोना वायरस की पाबंदियों के बीच लोगों को गुजरात तक यात्रा कराने के लिए एक बस एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा फर्जी कोविड-19 जांच रिपोर्ट तैयार करने में शामिल गिरोह का सोमवार देर रात भंडाफोड़ किया गया और 31 यात्रियों के साथ एक चालक और हेल्पर को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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मीरा-भायंदर-वसई-विरार पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा के एक दल ने गुप्त सूचना के आधार पर भायंदर क्रीक के पास देर रात करीब 1 बजे मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर एक बस में जांच की. अपराध शाखा के निरीक्षक अविराज कुरहडे ने कहा, ‘33 लोगों के फर्जी कोविड प्रमाणपत्र 300 रुपये प्रति रिपोर्ट के हिसाब से तैयार किये गये थे. इनमें 31 यात्री और बस चालक तथा क्लीनर शामिल थे. सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है.’
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