'जब राहुल का ऑफिस AM-PM में अंतर नहीं जानता तो PMO कैसे चलाएगा', प्रणब ने अपनी बेटी से कहा था

प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने नई किताब लिखी है जिसका नाम है-‘Pranab, My Father: A Daughter Remembers’. किताब में कई खुलासे किए गए हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 6, 2023, 08:58 PM IST
  • नई किताब में हुआ है खुलासा.
  • प्रणब मुखर्जी की बेटी की है किताब.
'जब राहुल का ऑफिस AM-PM में अंतर नहीं जानता तो PMO कैसे चलाएगा', प्रणब ने अपनी बेटी से कहा था

नई दिल्ली. देश के पूर्व राष्ट्रपति और दिग्गज कांग्रेसी नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी की नई किताब में कई खुलासे हुए हैं. शर्मिष्ठा भी कांग्रेस की नेता रह चुकी हैं. अब अपने पिता पर लिखी नई किताब में शर्मिष्ठा ने राहुल गांधी पर उनके पिता द्वारा किए गए एक मजाक को शेयर किया है. शर्मिष्ठा ने कहा-एक दिन राहुल गांधी पिता जी से मिलने के लिए आए थे. लेकिन राहुल गांधी को मिलने के लिए शाम को आना था. मैंने जब यह बात अपने पिता से कही तो उन्होंने मजाकिया लहजे में जवाब दिया-जब राहुल का ऑफिस AM और PM में अंतर नहीं कर पाता तो वह एक दिन PMO कैसे चलाएगा. 

नई किताब में है जिक्र
शर्मिष्ठा की नई किताब का नाम है-‘Pranab, My Father: A Daughter Remembers’ एक मीडिया रिपोर्ट में किताब के अन्य हिस्सों के बारे में भी बताया गया है जिनमें राहुल गांधी के बारे में प्रणब मुखर्जी के विचारों के बारे में बताया गया है. दरअसल प्रणब मुखर्जी को ऐसे नेता रूप के में देखा जाता था जो ज्यादातर बातें अपनी सीने में छुपाकर रखते थे. लेकिन प्रणब का मानना था कि राहुल गांधी के इर्द-गिर्द के सही लोगों का जमावड़ा नहीं हैं. उन्होंने राहुल गांधी को कहा भी था कि अपनी टीम में युवा लोगों और वरिष्ठ लोगों का समन्वय बनाया जाए. 

प्रस्तावित विधेयक फाड़ने के वक्त का जिक्र
किताब में उस घटना का भी जिक्र है जब राहुल गांधी ने भरी प्रेस कांफ्रेंस में प्रस्तावित विधेयक को फाड़ दिया था. तब प्रणब मुखर्जी बहुत नाराज हुए थे. उन्होंने अपनी डायरी में इस घटना को लेकर लिखा-राहुल गांधी में गांधी-नेहरू का 'अंहकार' तो मौजूद है लेकिन राजनीतिक समझदारी नहीं.'

2014 में चुनावी हार का कारण
प्रणब मुखर्जी मानते थे कि 2014 में कांग्रेस की हार के पीछे भी ये अहम वजहों में से एक थी. उनका मानना था कि कोई ऐसी पार्टी को वोट क्यों देगा जहां प्रधानमंत्री पद का सम्मान नहीं है. 

ट्रेंडिंग न्यूज़