पटना: बिहार में नीतीश कुमार की सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है. बीजेपी के 9 और जेडीयू कोटे से 8 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई. राजभवन में कुल 17 नेताओं ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. इसके साथ ही अब बिहार सरकार में कुल मंत्रियों की संख्या 30 हो गई है. शपथ ग्रहण के मौके पर सबसे पहले शहनवाज हुसैन ने मंत्री पद की शपथ ली.
किन-किन 17 मंत्रियों ने ली शपथ?
नीतीश के मंत्रिमंडल में किन-किन 17 मंत्रियों ने शपथ ली आपको बताते हैं, पहले आपको बीजेपी के कोटे के 9 नए मंत्रियों के बारे में जानकारी देते हैं और उसके बाद जेडीयू के 8 नेताओं के बारे में आपको बताते हैं.
BJP कोटे से मंत्री
सैय्यद शाहनवाज हुसैन BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं. अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे और 3 बार लोकसभा सांसद (1999, 2006, 2009) रहे. अभी बिहार विधान परिषद के सदस्य चुने गए हैं. BJP के तेज तर्रार प्रवक्ता हैं और TV के फेस हैं.
प्रमोद कुमार मोतिहारी विधानसभा से विधायक चुने गए हैं. 5वीं बार मोतिहारी से विधायक बने हैं. इससे पहले के कार्यकाल में कला एवं संस्कृति मंत्री रहे.
आलोक रंजन झा सहरसा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं. महागठबंधन की प्रत्याशी लवली आनंद का हराकर विधायक बने. आलोक रंजन 2010 में भी सहरसा सीट से विधायक चुने गए थे.
नितिन नवीन बांकीपुर विधानसभा से विधायक चुने गए हैं. भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. नितिन नवीन चौथी बार विधायक बने हैं.
नीरज सिंह बबलू छातापुर से विधायक है, जो एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के चचेरे भाई हैं. वो लगातार चार बार से विधायक हैं.
नारायण प्रसाद बेतिया के नौतन से विधायक हैं. नारायण प्रसाद 2015 में भी नौतन से ही विधायक चुने गए थे.
सुभाष सिंह गोपालगंज सीट से विधायक चुने गए हैं. सुभाष सिंह 2015 में भी गोपालगंज से विधायक बने थे.
सम्राट चौधरी बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. बिहार सरकार में 1999 में कृषि मंत्री और 2014 में शहरी विकास और आवास मंत्री रह चुके हैं. 2010 में बिहार विधानसभा में विपक्षी दल के मुख्य सचेतक रह चुके हैं. 2018 में BJP के बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष बनाए गए थे. 2000 और 2010 में परबत्ता विधानसभा से विधायक रह चुके हैं.
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जनक राम अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं. 2014 में गोपालगंज से सांसद रहे हैं. जनक राम BJP के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं. अभी MLA, MLC भी नहीं हैं.
JD(U) कोटे के मंत्री
श्रवण कुमार नालंदा सीट से विधायक है. श्रवण कुमार 1995 से लगातार नालंदा से विधायक है. श्रवण कुमार का राजनीतिक सफर 30 साल से ज्यादा का है, ये पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
संजय झा नीतीश कुमार के करीबी नेता है. विधान पार्षद और पूर्व मंत्री रह चुके हैं. संजय झा को जेडीयू के मुख्य रानीतिकारों में से एक माना जाता है. दरभंगा में एम्स, एयरपोर्ट लाने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है.
लेसी सिंह धमदाहा से विधायिका हैं, 2015 और 2020 का चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं.
सुनील कुमार भोरे सीट से विधायक है. 2020 में पहली बार चुनाव लड़े और जीते. 1987 बैच के आईपीएस अफसर रहे हैं.
नीतीश मंत्रिमंडल में एक नाम जयंत राज का भी है. जयंत राज अमरपुर सीट से विधायक हैं. 2020 में पहली बार चुनाव लड़े और विधायक बने.
मदन सहनी बहादुरपुर सीट से विधायक हैं. 2015 में भी चुनाव जीता था, वो पहले भी मंत्री रह चुके हैं.
सुमित सिंह चकाई सीट से विधायक हैं. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत के बाद JDU को समर्थन किया.
जमा खान चैनपुर सीट से विधायक हैं. BSP से चुनाव लड़े और जीते. BSP के एकमात्र विधायक थे, जनवरी में JDU में शामिल हो गए
नीतीश मंत्रिमंडल में पहले 14 नेताओं को शपथ दिलाई गई थी. मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद नीतीश मंत्रिमंडल में 13 सदस्य हो गए थे, जबकि 21 मंत्रियों की जगह खाली थी. अब 17 नए मंत्रियों ने शपथ ले ली है, जिसके साथ ही नीतीश मंत्रिमंडल में 30 सदस्य शामिल हो चुके हैं. अभी भी 6 मंत्रियों की जगह खाली है. बिहार में नई नीतीश सरकार का गठन 16 नवंबर को हुआ था. इस दौरान मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्रियों ने शपथ ली थी.
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