यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की रेस तेज, सबसे आगे ओबीसी नेता अनूप गुप्ता

स्वतंत्र देव सिंह योगी सरकार में अब कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं. इस वजह से प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली हो चुका है और 2 साल बाद लोकसभा चुनाव भी है. इसलिए ओबीसी मतदाताओं को संतुष्ट करने के लिए भाजपा ओबीसी चेहरा अनूप गुप्ता पर दांव लगाने के लिए विचार कर रही है.

Written by - Tushar Srivastava | Last Updated : Apr 9, 2022, 01:31 PM IST
  • दिनेश शर्मा और श्रीकांत शर्मा के नाम की भी चर्चा
  • सांसद सुब्रत पाठक और हरीश द्विवेदी भी है रेस में
यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की रेस तेज, सबसे आगे ओबीसी नेता अनूप गुप्ता

लखनऊ: यूपी में योगी सरकार 2.O को बनने के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है. माना जा रहा है कि प्रदेश के महामंत्री अनूप गुप्ता के निर्विरोध एमएलसी बनने के बाद अब भाजपा ओबीसी चेहरे पर दांव लगा सकती है और अनूप गुप्ता को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है.

आपको बता दें कि स्वतंत्र देव सिंह योगी सरकार में अब कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं. इस वजह से प्रदेश अध्यक्ष का पद खाली हो चुका है. 2 साल बाद लोकसभा चुनाव भी हैं. इसलिए ओबीसी मतदाताओं को संतुष्ट करने के लिए भाजपा ओबीसी चेहरा अनूप गुप्ता पर दांव लगाने के लिए विचार कर रही है.
 
ये चार ब्राह्मण नेता भी रेस में

यूपी में पार्टी का इतिहास देखा जाए तो बीते 20 वर्ष के दौरान लोकसभा चुनाव के समय प्रदेश अध्यक्ष की कमान ब्राह्मण के हाथ में ही रही है. नई सरकार में इस बार पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा को जगह नहीं मिली. इसलिए इन दोनों नेताओं के नामों की चर्चा भी खूब है. इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि इन दोनों नेताओं के पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है.

दिनेश शर्मा और श्रीकांत शर्मा के अलावा कन्नौज में समाजवादी पार्टी का गढ़ ढहाने वाले सांसद सुब्रत पाठक और बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी भी प्रदेश अध्यक्ष की रेस में हैं. 

यूपी में भाजपा संगठन का राजनीतिक इतिहास
2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान केशरीनाथ त्रिपाठी उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे, तो 2009 लोकसभा चुनाव के दौरान रमापति राम त्रिपाठी के हाथ में उत्तर प्रदेश भाजपा की कमान थी. 2014 के लोकसभा चुनाव के समय पार्टी के बड़े ब्राह्मण नेता लक्ष्मीकांत वाजपेयी प्रदेश अध्यक्ष बने, तो उस समय भाजपा ने 71 सीट जीती थीं.

इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव के समय भाजपा ने महेन्द्र नाथ पाण्डेय को उत्तर प्रदेश में संगठन की कमान सौंपी थी. 2019 में भाजपा को 80 में से 63 सीट मिली हैं. पर इस बार ये भी लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी इस बार ब्राह्मण चेहरे को दरकिनार कर ओबीसी पर दांव खेल सकती है. हालांकि ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि पार्टी किसे यूपी प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान सौंपती है. लेकिन फिलहाल तो अनूप गुप्ता बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं.

ये भी पढ़िए- यूपी का वो आरोपी डॉक्टर जो करवाता था धर्म परिवर्तन, युवक को बनाया मुस्लिम, ऐसे खुली पोल 

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

ट्रेंडिंग न्यूज़