मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में धर्म परिवर्तन का बड़ा मामला सामने आया है. इस केस में नौ लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके जांच के आदेश दिए गए हैं. यह जानकारी पुलिस ने यहां शनिवार को दी.
क्या हैं आरोप
पुलिस ने बताया कि शिकायकर्ताओं के अनुसार कुछ लोगों ने क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को कोरोना काल के दौरान कुछ वित्तीय सहायत दी थी. पुलिस ने बताया कि शिकायकर्ताओं के अनुसार इसके बाद आरोपियों ने इन लोगों पर धर्म अपनाने का दबाव डाला. आरोपियों द्वारा मंगतपुरम कालोनी के लोगों के घरों से हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर भी बाहर फेंकी जा रही है. विरोध करने पर अथवा घटना की शिकायत किसी अधिकारी से करने पर आरोपी चाकू-डन्डे लेकर घर आकर जान से मारने की धमकी देते हैं.
कौन हैं आरोपी
प्राथमिकी में उत्तर प्रदेश विधि विरुध्द सपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धारा 3,5(1) के तहत छबीली उर्फ शिव, बिनवा, अनिल, सरदार, निक्कू, बसंत, प्रेमा, तितली और रीना के नाम हैं. पुलिस ने अभी किसीको गिरफ्तार नहीं किया है.
तीन साल से चल रहा था खेल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेता दीपक शर्मा का कहना है कि मंगतपुरम बस्ती में रहने वाले 100 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया गया है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह काम पिछले तीन साल से चल रहा है. कोरोना काल में बस्ती के लोगों को राशन और पैसा देकर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया गया था. अब बाकी लोगों पर भी दबाव बनाया जा रहा है और धमकी दी जा रही है.’’
क्या कहना है पुलिस का
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि धर्म परिवर्तन को लेकर पुलिस को शिकायत मिली थी, जिसकी जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी ब्रह्मपुरी को दी गई थी. सजवाण ने बताया कि उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना ब्रह्मपुरी में तीन महिलाओं समेत नौ लोगों को नामजद करते हुए मामला दर्ज कराया गया और फिलहाल जांच जारी है. शिकायत मंगतपुरम बस्ती के कुछ व्यक्तियों द्वारा दी गई थी. हालांकि तहरीर में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि कुल कितने लोंगो का धर्म परिवर्तन कराया गया है.
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