चंडीगढ़: पंजाब पुलिस ने बुधवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल दो शार्पशूटर जगरूप रूपा और मनप्रीत मनु को एक मुठभेड़ में मार गिराया.
मुठभेड़ अमृतसर के बाहर भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे इलाके में हुई.
पांच घंटे तक चली दोनों तरफ से गोलीबारी
वे एक फार्महाउस के अंदर छिपे हुए थे और पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान करीब पांच घंटे तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही. अंत में पुलिस की गोलियों ने दोनों बदमाशों को ढेर कर दिया. मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल और एक पिस्टल बरामद की गई है.
मूसेवाला की 29 मई को पंजाब में मानसा के पास उनके पैतृक गांव के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. ऑपरेशन को एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने अटारी बॉर्डर के पास भकना गांव में अंजाम दिया, जहां मनप्रीत सिंह उर्फ मनु और जगरूप सिंह उर्फ रूपा छिपे हुए थे.
मुठभेड़ स्थल पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव मौजूद थे.एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के प्रमुख प्रमोद बान ने रूपा के साथ गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे मनप्रीत की हत्या की पुष्टि की. उन्होंने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर 29 मई को मूसेवाला पर गोली चलाई थी, जिससे गायक की मौके पर ही मौत हो गई.
इस मामले में अबतक 13 लोगों को किया गया गिरफ्तार
पिछले महीने, बान ने मीडिया को बताया कि जेल में बंद मुख्य साजिशकर्ता गैंगस्टर बिश्नोई ने कबूल किया था कि मूसेवाला को मारने की योजना विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए पिछले साल अगस्त में रची गई थी.
बान ने कहा था कि मूसेवाला की हत्या के एक दिन बाद 30 मई को पहली गिरफ्तारी के बाद से अब तक इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी ब्रार, जो बिश्नोई गिरोह का सदस्य है, ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी.
बान ने कहा था कि शूटर 25 मई को घटना स्थल मूसा गांव के पास मनसा पहुंचे थे. उन्होंने कहा, "पंजाब पहुंचने पर उन्हें कुछ हथियार मुहैया कराए गए. मूसेवाला को मारने के लिए एके सीरीज की राइफलों का इस्तेमाल किया गया था."
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