नई दिल्ली: कोरोना के जहरीले वायरस ने जितनी तेजी से अपने पाँव दुनिया भर में पसारे हैं उसके आधार पर एक अनुमान लगा कर एक रिपोर्ट तैयार की गई है. ये रिपोर्ट भारत को सावधान करते हुए बताती है कि मई के मध्य तक भारत में कोरोना संक्रमणल यह मामले बढ़कर दस लाख से तेरह लाख तक पहुंच सकते हैं.
अमरीका से आई है ये रिपोर्ट
संयुक्त राज्य अमेरिका के वैज्ञानिकों की टीम राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना का अध्ययन कर रही है. इस अध्ययन के आधार पर इस टीम ने आंकड़ों के अनुमान वाली एक रिपोर्ट तैयार की है. भारत के लिये इस रिपोर्ट में एक बड़ी चेतावनी दर्शित हुई है. ये रिपोर्ट कहती है कि अनुमानित तौर पर मध्य मई तक भारत में नए कोरोनो संक्रमण के दस से तेरह लाख मामले सामने आ सकते हैं.
कोरोना से भारत में चिंता बढ़ी
इस रिपोर्ट ने सवा सौ करोड़ की जनसंख्या वाले भारत के चिकित्सा अधिकारियों और विशेषज्ञों के बीच चिंताओं को बढ़ा दिया है. देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी अब तक के सर्वाधिक सक्रिय प्रधानमंत्री सिद्ध हुए हैं. ऐसे में कोरोना से युद्ध की तैयारियों को लेकर देश में उत्साह है.
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फिर भी अनुमान है कि आने वाले हफ्तों में कोरोना संक्रमण के नए मामले तेजी से बढ़ सकते हैं. और ये स्थिति देश की स्वास्थ्य प्रणाली में गंभीर तनाव पैदा कर सकती है
मई का दूसरा हफ्ता निर्णायक
कोरोना वायरस के भारत पर होने वाले बड़े हमले को ले कर रिसर्चर्स ने जो आशंका जताई है उसके अनुसार मई माह के दूसरे हफ्ते तक देश में कोरोना वायरस के 13 लाख केस आ सकते हैं.
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अमरीकी वैज्ञानिकों की टीम भारत में कोरोना के मामलों की स्टडी कर रही है. ग्रुप के रिसर्चर्स ने भारत में कोरोना की मौजूदगी वाले आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद जारी रिपोर्ट में ये आशंका जताई है.
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