नोएडा: उत्तर प्रदेश में पुलिस की आपातकाल सेवा डायल 112 पर इस साल करीब 14 हजार शिकायतें ‘ध्वनि प्रदूषण’ को लेकर आई, इस प्रकार रोजाना औसतन 40 शिकायतें ध्वनि प्रदूषण को लेकर की गई. यह खुलासा आधिकारिक आंकड़ों में हुआ है.
शिकायतों की लिस्ट में लखनऊ टॉप पर
इससे संबंधित आंकड़ों की जानकारी मीडिया को प्राप्त हुई है जिसके मुताबिक राज्य के 75 जिलों में 36 प्रतिशत मामले अकेले पांच जिलों में आए हैं जिनमें राजधानी लखनऊ 1509 शिकायतों के साथ शीर्ष पर है.
इसके बाद गौतमबुद्ध नगर (1095), गाजियाबाद (997), वाराणसी (857) और प्रयागराज (852) का स्थान आता है. अधिकारियों के मुताबिक 112 के पुलिस प्रतिक्रिया वाहन (पीआरवी) से की गई अधिकतर शिकायतें 10 बजे रात के बाद तेज डीजे बजाने को लेकर थी, विशेषतौर पर शादी और पार्टी के दौरान.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (उत्तर प्रदेश 112) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि हेल्पलाइन सेवा जनता के बीच ध्वनि प्रदूषण और अन्य मामलों को लेकर जागरूरता अभियान चला रहा है. सिंह ने मीडिया को बताया कि अनुमति समय के परे तेज संगीत बजाने या शोर करने से लोग परेशान होते हैं और इसकी शिकायत डायल 112 को करते हैं.’’
सिर्फ 5 जिलों से आई 5 हजार से ज्यादा शिकायतें
आंकड़ों के मुताबिक एक जनवरी से अबतक 112 पर शिकायत के बाद पुलिस ने 14,494 मामलों पर कार्रवाई की जिनमें से 5,310 मामले अकेले पांच जिलों के थे.
पुलिस अधीक्षक (यूपी112) अजयपाल शर्मा ने बताया कि आपात सेवा पर स्थानीय निवासियों द्वारा पाबंदी वाले समय पर तेज आवास में संगीत बजाने या निर्माण गतिविधि को लेकर शोर की शिकायत की जाती है.
उन्होंने बताया,‘‘परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों ने भी 112 पर शिकायत की...पुलिस ऐसे मामलों में उचित कानूनी कार्रवाई करती है.’’
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