नई दिल्लीः महाराष्ट्र के अमरावती में शनिवार को बुलाए गए बंद में हिंसा भड़क गई. एक भगवा संगठन की ओर से बुलाए गए बंद में भीड़ ने पथराव किया और दुकानों में तोड़फोड़ की. पुलिस ने हालात संभालने के लिए मोर्चा संभाला और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया.
शुक्रवार को भी हुई थी हिंसा
इससे पहले शुक्रवार को कुछ मुस्लिम संगठनों ने महाराष्ट्र के पांच जिलों में रैली निकाली थी. इनमें भी पथराव की घटनाएं सामने आईं. ये घटनाएं मुख्य रूप से अमरावती मालेगांव और नांदेड़ शहर में हुई थीं. इन मामलों में पुलिस ने कम से कम 20 प्राथमिकी दर्ज कीं और 20 लोगों को अरेस्ट किया. दरअसल, कुछ दिन पहले त्रिपुरा में हुई सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने रैली निकाली थी, जिसमें हिंसा भड़क गई. इसके विरोध में शनिवार को भगवा संगठनों ने बंद बुलाया.
महाराष्ट्र पहुंची हिंसा की आंच
यहां हम आपको बता दें कि आखिर त्रिपुरा में ऐसा क्या हुआ था कि वहां की हिंसा की आंच महाराष्ट्र पहुंच चुकी है. दरअसल, इस बिगड़े माहौल की जड़ पड़ोसी देश बांग्लादेश में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते 15 अक्टूबर को बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने दुर्गा पूजा पंडाल और मंदिरों में तोड़फोड़ की थी. इसके बाद से बांग्लादेश में अलग-अलग जगहों पर हिंदुओं पर हमले की खबरें सामने आईं. इसके विरोध में त्रिपुरा में धार्मिक संगठनों ने रैलियां निकालीं. इस दौरान कुछ जगहों पर भीड़ हिंसक हो गई और दुकानों, घरों आदि में तोड़फोड़ की.
त्रिपुरा में अलग-अलग जगह हुआ संघर्ष
बताया जाता है कि इसके बाद 21 अक्टूबर को गोमती जिले में रैली निकाली गई, जिसमें भीड़ का पुलिस के साथ संघर्ष हो गया. उधर, अगरतला और धर्मनगर में भी बड़ी रैलियां निकाली गईं. इसके बाद 26 अक्टूबर को पानीसागर में अलग-अलग जगह रैली निकाली गई. खबरों के मुताबिक, रोवा बाजार में प्रदर्शनकारियों ने दुकानों और घरों पर हमला किया. धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की खबरें भी सामने आईं.
सोशल मीडिया पर वायरल हुए भड़काऊ संदेश
इसके बाद 29 अक्टूबर को अज्ञात उपद्रवियों ने उनाकोटी जिले में काली मंदिर को नुकसान पहुंचाया. हालांकि, यहां सांप्रदायिक सद्भाव देखने को मिला और हिंदु-मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मिलकर मंदिर की मरम्मत की. इसके बाद से सोशल मीडिया पर तरह-तरह के भड़काऊ संदेश वायरल होने लगे. वहीं, त्रिपुरा हिंसा का मुद्दा देशव्यापी हो गया, जिसके बाद शुक्रवार को मुस्लिम संगठनों ने रैली निकाली.
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