क्या है रेज़ांग ला? जहां भारतीय सेना के 120 जवानों ने 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था

चीन को उसकी करतूत के लिए सबक सिखाना बेहद जरूरी है, इस बार चीन ने लद्दाख के रेज़ांग ला में अतिक्रमण की कोशिश की. हालांकि उसकी ये चाल भारत ने नाकाम कर दी है. लेकिन आपको इस रिपोर्ट में रेज़ांग ला के बारे में समझाते हैं..

Written by - Ayush Sinha | Last Updated : Sep 8, 2020, 02:47 PM IST
    • रेज़ांग ला में 1962 के युद्ध में दिखा था भारत का दम
    • चीन की एक और चालबाजी फिर हुई नाकाम
    • लद्दाख के रेज़ांग ला में अतिक्रमण की कोशिश
    • 120 जवानों ने 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था
क्या है रेज़ांग ला? जहां भारतीय सेना के 120 जवानों ने 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था

नई दिल्ली: भारत-चीन के बीच सीमा पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार तीसरी बार चालबाज चीन ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की है, जिसका हिन्दुस्तानी शूरवीरों ने करारा जवाब दे दिया है. चीन ने लद्दाख के रेज़ांग ला में अतिक्रमण की कोशिश की है, ऐसे में आपको रेज़ांग ला के बारे में जानकारी जरूर हासिल करनी चाहिए.

क्या है रेज़ांग ला?

LAC के पास स्थित एक पहाड़ी दर्रा, जो भारतीय हिस्से के लद्दाख में स्थित है. आपको बता दें, पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर स्थित रेज़ांग ला बेहद ऊंचाई पर स्थित है. ऊंचाई पर होने से चीन पर यहां से नजर रखना आसान हो जाता है. चीन के लिए लेह में घुसने का यहीं से रास्ता है.

यहां से घुसकर चीन दौलत बेग ओल्डी तक पहुंच सकता है. चीन बार-बार यहां कब्जा करना चाहता है. भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण सैन्य प्वाइंट है. 1962 में भी भारत-चीन के बीच यहां युद्ध हुआ था. आपको रेज़ांग ला में भारतीय पराक्रम के इतिहास से रूबरू करवाते हैं.

रेज़ांग ला में भारतीय पराक्रम का इतिहास

1962 में चीन के साथ भारत का युद्ध हुआ था. चीन की सेना ने रात के अंधेरे में भारत पर हमला किया था. कुमाऊं रेजिमेंट के सैनिकों ने अद्मय पराक्रम दिखाया था. भारतीय सेना के 120 जवानों ने 1300 चीनी सैनिकों को मार गिराया था. भारतीय सेना के 120 जवानों में 114 शहीद हुए थे. मरणोपरांत मेजर शैतान सिंह को परमवीर चक्र दिया गया. आपको इस खबर से जुड़ी 10 बड़ी जानकारी दे देते हैं.

1 - चीन ने लद्दाख के रेज़ांग ला में अतिक्रमण की कोशिश की
2 - भारतीय सेना ने चीन के अतिक्रमण की कोशिश को नाकाम किया
3 - घुसपैठ से रोके जाने पर चीन के सैनिकों ने फायरिंग की
4 - चीन के उकसावे के बावजूद भारत ने संयम का परिचय दिया
5 - भारतीय सेना के प्रतिरोध के बाद चीन के सैनिक लौटने पर मजबूर
6 - भारतीय सेना ने कभी भी सीमा उल्लंघन नहीं किया 
7 - प्रधानमंत्री को LAC के मौजूदा हालात की जानकारी दी गई
8 - आर्मी चीफ ने रक्षा मंत्री को LAC के हालात की जानकारी दी
9 - LAC के मुद्दे पर आज उच्चस्तरीप बैठक 
10 - बैठक में रक्षा सचिव और तीनों सेना के अध्यक्ष शामिल होंगे

खबर और उसका मतलब समझिए

खबर ये है कि LAC पर चीन की घुसपैठ की कोशिश विफल हो गई, इसका मतलब ये है कि भारतीय सेना की मुस्तैदी से चीन की साजिश नाकाम हो गई

खबर ये है कि चीन की सेना ने घुसपैठ से रोके जाने पर हवाई फायरिंग की, इसका मतलब ये है कि चीन के उकसावे के बावजूद भारतीय सैनिकों ने संयम बरता

खबर ये है कि चीन बार-बार LAC पर सीमा उल्लंघन कर रहा है, इसका मतलब ये है कि चीन LAC पर हालात को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है

खबर ये है कि प्रधानमंत्री को LAC के मौजूदा हालात की जानकारी दी गई, इसका मतलब ये है कि LAC के हालात पर सरकार लगातार नज़र बनाए हुए हैं

उच्चस्तरीय बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा?

चीन की करतूत को देखते हुए हिन्दुस्तान में उच्चस्तरीय बैठक का सिलसिला जारी है. 7 सितंबर को क्या हुआ इसपर विस्तार से चर्चा हो रही है. लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर सेना की तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है. सेना की आगे क्या रणनीति हो इसपर चर्चा हुई और इस मामले में सरकार की अब क्या 'कूटनीतिक' रणनीति हों मतलब चीन को घेरने के लिए आगे क्या तैयारी की जाएं.

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