नई दिल्लीः वर्ल्ड हैपिनेस रिपोर्ट-2021 के परिणाम शुक्रवार को घोषित हो गए. इस लिस्ट में एक बार फिर से फिनलैंड ने सभी देशों को पछाड़कर खुशहाली के स्तर पर बाजी मारी है. यानी लगातार चौथी साल फिनलैंड सबसे खुशहाल देश बना है.
पिछले 9 सालों से जारी हो रही है रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित शुक्रवार को जारी एक सालाना रिपोर्ट में फिनलैंड को यह खिताब दिया गया है. इसमें 149 देशों को शामिल किया गया था और लोगों से देश की जीडीपी, सामाजिक सुरक्षा, व्यक्तिगत आजादी और भ्रष्टाचार के स्तर जैसे मानकों पर सवाल पूछकर हैप्पीनेस स्कोर तैयार किया जाता है.
इसमें पिछले तीन साल का औसत डेटा लिया जाता है. पिछले 9 सालों से यह रिपोर्ट जारी की जा रही है. एक बार फिर इस सूची में यूरोपीय देशों का दबदबा है और फिनलैंड के बाद दूसरा स्थान डेनमार्क का है. इसके बाद स्विट्जरलैंड, आइसलैंड और नीदरलैंड्स का स्थान है.
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पांच सबसे खुशहाल देश
फिनलैंड
डेनमार्क
स्विट्जरलैंड
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आइसलैंड
नीदरलैंड
तीन वर्षों के सर्वेक्षण पर आधारित है रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा गया, “लगातार चौथे वर्ष और कोविड -19 महामारी के बावजूद फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश ( Finland is the happiest country) माना गया है.” शोधकर्ताओं ने कहा, “यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है, फिनलैंड हमेशा लोगों का भरोसा जीतने में सबसे आगे रहा है. महामारी के दौरान जीवन और आजीविका की रक्षा करने में मदद की है.”
फिनलैंड उन 23 सर्वेक्षण देशों में से एक था, जिनकी सरकार में एक महिला प्रमुख थीं. वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट के अनुसार, वह सबके कल्याण के साथ नीति बनाता है और यह सामुदायिक प्रसारण को और भी अधिक स्पष्ट विकल्प बनाता है. रिपोर्ट गैलप के तीन वर्षों के सर्वेक्षणों पर आधारित है कि नागरिक खुद को कितना खुश मानते हैं.
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खुशहाली में चीन को 19वीं रैंक
रिपोर्ट के अनुसार, बुरूंडी, यमन, तंजानिया, हैती, मालावी, लेसोथो, बोत्सवाना, रवांडा, जिम्बॉम्बे और अफगानिस्तान भारत से कम खुशहाल देश हैं. इसी तरह पड़ोसी मुल्क चीन पिछले साल इस सूची में 94वें स्थान पर था, जो अब उछलकर 19वें स्थान पर आ गया है. नेपाल 87वें, बांग्लादेश 101, पाकिस्तान 105, म्यांमार 126 और श्रीलंका 129वें स्थान पर है.
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भारत को 139वां स्थान
वर्ल्ड हैपीनेस रिपोर्ट-2021 में भारत को 149 देशों में 139वां स्थान मिला है. रिपोर्ट के अनुसार, महामारी के बीच फिनलैंड में लोगों के बीच आपसी विश्वास देखा गया. यहां के बीच लोगों में एक-दूसरे का जीवन बचाने और मदद करने का भाव देखा गया. रिपोर्ट तैयार करने वाले जेफरी सच्स का कहना है कि कोरोना महामारी से हमें सीखना होगा. महामारी ने दुनिया को बताया है कि पूंजी से ज्यादा जोर स्वास्थ्य पर देना होगा.