नई दिल्ली: आमतौर पर हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना होता है कि TB (Tuberculosis) की समस्या खांसने, हंसने, बोलने गाना गाने या छींकने से फैलती है, हालांकि 'द सन' में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक ये समस्या सांस लेने से भी फैल सकती है. इसको लेकर एक नई स्टडी भी सामने आई है.
सांस लेने से फैल सकता है TB
'द सन' के मुताबिक नई स्टडी का मानना है कि TB के बैक्टीरिया से पीड़ित हर 5 में से 4 लोगों को खांसी की समस्या नहीं होती है, हालांकि खांसना TB के सबसे प्रमुख लक्षणों में से एक है. वहीं जिन लोगों को खांसी नहीं होती है उनके थूक में इसका इंफेक्शन जरूर होता है, जो बातें करने और सांस लेने से हवा में फैल सकता है. इसका सीधा मतलब ये है कि व्यक्ति इंफेक्टेड इंसान के सामने सिर्फ सांस लेने से भी TB का शिकार बन सकता है. भले ही इंफेक्टेड व्यक्ति को खांसी न हो रही हो.
सामने आया डाटा
लैंसेट इंफेक्शियस डिजीज में छपी एक रिसर्च के मुताबिक TB से पीड़ित अफ्रीका और एशिया में स्थित 12 देशों के 6 लाख लोगों का डाटा लिया गया. इसमें पता चला कि 82.3 प्रतिशत TB के मरीजों में से 62.5 प्रतिशत लोगों में खांसी की समस्या नहीं थी. वहीं जिन लोगों में खांसी की समस्या नहीं थी उनके थूक में काफी ज्यादा इंफेक्शन फैला था. इशको लेकर ग्लोबल हेल्थ के स्टडी ऑथर प्रोफेसर फ्रैंक कोबेलेंस ने कहा कि डॉक्टरों को TB के इलाज के लिए नई तकनीक का विचार करना होगा ताकि इसके कोई भी मामले छूट न जाएं.
कोरोना जितना घातक है TB
'द सन' के मुताबिक कोरोना के बाद TB ही सबसे ज्यादा फैलने वाली बीमारी है. यह समस्या सबसे ज्यादा खांसने और छींकने से फैलती है क्योंकि इसका इंफेक्शन खांसने और छींकने से ही हवा में फैलता है. TB का समय से इलाज न करवाने पर यह घातक हो सकता है. इसका इंफेक्शन व्यक्ति के दिमाग, हार्ट और हड्डियों के साथ ही नर्वस सिस्टम में फैल सकता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी रिसर्च पर आधारित है, लेकिन Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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