नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण अमेरिका में मौत के मंजर से डॉनल्ड ट्रंप इस कदर गुस्से में हैं कि अब उन्होंने चीन के खिलाफ अपने तेवर और सख्त कर दिए हैं. ट्रंप ने प्रेस कांफ्रेंस में चीन को खुली चेतावनी दे डाली और ऐलान कर दिया कि अमेरिका चीन के खिलाफ बहुत गंभीरता से जांच कर रहा है.
ड्रैगन के खिलाफ अमेरिका की 'सबसे गंभीर जांच'
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चीन पर आरोप लगाया है कि उसने कोरोना को जानबूझकर चीन से बाहर फैलने से नहीं रोका. राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि वो इस पूरे मामले की जांच करा रहे हैं. ट्रंप ने कहा है कि "से कई तरीके हैं जिनसे आप चीन को जवाबदेह बना सकते हैं. हम बहुत गंभीर जांच कर रहे हैं, हम चीन से खुश नहीं हैं."
चीन से कितना हर्जाना वसूलेंगे डॉनल्ड ट्रंप?
चीन से ट्रंप की नाराजगी की सबसे बड़ी वजह हैं ये आंकड़े, क्योंकि दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा नुकसान अमेरिका को ही पहुंचा है. ट्रंप एक बार नहीं बल्कि पिछले एक महीने में कई बार कोरोना वायरस को लेकर चीन को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं. अब ट्रंप ने एक कदम आगे बढ़ते हुए है, चीन से अरबों डॉलर का जुर्माना वसूलने की तैयारी कर रहे हैं.
कोरोना की 'बहुत बड़ी कीमत' चुकाएगा चीन?
डॉनल्ड ट्रंप ने कहा कि 'हमारे पास यह करने का उनसे आसान तरीका है. जर्मनी चीजों को देख रहा है और हम भी अभी चीजों को देख रहे हैं. जर्मनी जितने डॉलर मांगने के बारे में विचार कर रहा है, उससे ज्यादा हर्जाना मांगने पर हम बातचीत कर रहे हैं. हमने अभी अंतिम धनराशि पर फैसला नहीं किया है. यह बहुत ज्यादा है.'
अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने तो साफ लहजे में चीन को कीमत चुकाने की धमकी दे दी है. ट्रंप की धमकी के बाद चीन ने भी अमेरिका पर महामारी को रोक पाने में नाकामी का आरोप लगा दिया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा है कि "मैं इस बात पर ज़ोर देना चाहूंगा कि अमेरिकी राजनेता तथ्यों की अनदेखी कर रहे हैं और बार-बार झूठ बोल रहे हैं."
कोरोना पर किए की सज़ा भुगतेगा चीन?
अमेरिका कोरोना से नुकसान के आकलन के बाद चीन से हर्जाना वसूलने की भी तैयारी कर रहा है. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ये हर्जाना कितना होगा, अभी तय नहीं है. लेकिन ये बहुत ज्यादा होगा. अमेरिका में कोरोना वायरस की चपेट में 9 लाख 88 हजार से ज्यादा लोग आ चुके हैं. अकेले अमेरिका में 56 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से मारे जा चुके हैं.
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कोरोना को लेकर चीन बार-बार खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश कर रहा है लेकिन दुनिया को उसकी बेगुनाही पर रत्ति भर विश्वास नहीं है. अब अगर अमेरिका और दूसरे देश एकजुट होकर चालबाज़ चीन को सबक सिखाने के लिए उस कड़े प्रतिबंध लगाएंगे, तो इससे कोरोना वायरस के जन्मदाता चीन की बर्बादी पक्की है.
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