नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग ने इंसानों और पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया है. साथ ही आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इसने लोगों के शौक में भी सेंध लगा दी है. एक ऐसा शौक जो इकोनॉमी में बड़ा योगदान देता है.
जंगल की आग से वाइन इंडस्ट्री तबाह
वाइन इंडस्ट्री में अहम स्थान रखने वाले देश ऑस्ट्रेलिया को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. वहां लगी जंगल की आग ने कई अंगूर के बगीचों को तबाह कर दिया है. वही अंगूर जिनसे बेहतरीन वाइन बनाई जाती है. इस आग की वजह से मची भारी तबाही के बीच इसने ऑस्ट्रेलिया की 6 अरब डॉलर की वाइन इंडस्ट्री की हालत और खराब कर दी है. ये इंडस्ट्री पहले से ही दबाव में थी और गर्मियों की लू से निपटने के लिए संघर्ष कर रही थी.
एडिलेड हिल वाइन मेकर्स इस बार क्रिसमस या नूयईयर पर लोगों की मेजबानी नहीं कर पाएंगे. क्योंकि साउथ ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग ने सब कुछ बर्बाद कर दिया है. और इस वजह से इन्हें अपनी दुकान बंद करनी पड़ी.
विन्टेलोपर का इमोशनल पोस्ट
विन्टेलोपर विनेयार्ड के सोशल मीडिया पर उन तमाम वाइन लवर्स के लिए दिल को छूने वाला एक संदेश था जो इन छुट्टियों के सीजन में विनेयार्ड यानी अंगूर के बगीचे में आने की सोच रहे थे. इस पोस्ट में लिखा है कि 'हमारे इतिहास का सबसे बुरा दिन, मैं पूरी तरह से टूट चुका हूं.'
वाइन मेकर्स ने करीब 69,200 डॉलर के नुकसान का अनुमान लगाया है. तो वहीं ऑस्ट्रेलिया में वाइन इंडस्ट्री के प्रतिनिधियों के मुताबिक, आग की वजह से, एडिलेड हिल में करीब एक तिहाई वाइन प्रोडक्शन के के बर्बाद होने की आशंका है. पूरे उद्योग को 100 मिलियन से ज्यादा के नुकसान की आशंका जताई जा रही है.
ऑस्ट्रेलिया दुनिया का 5वां सबसे बड़ा वाइन एक्सपोर्टर
ऑस्ट्रेलिया दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा वाइन एक्सपोर्टर है देश की देश की 2,468 वाइनरीज में 1 लाख 72 हजार 736 लोग काम करते हैं. असल में वाइन प्रोडक्शन ऑस्ट्रेलिया की इकोनॉमी में हर साल 40 अरब डॉलर का योगदान देता है. दुनिया की सबसे बेहतरीन वाइन बनाने के लिए मशहूर ऑस्ट्रेलिया 2.8 अरब डॉलर की वाइन का निर्यात करता है.
वाइन बनाने में इस्तेमाल होने वाले अंगूर का बाग लगा कर, उसे फिर तैयार करने में 5 से 7 साल तक का वक्त लगता है. फसल बर्बाद होने की वजह से ऐसे बगीचों के मालिक परेशान हैं. और ऑस्ट्रेलिया की वाइन इंडस्ट्री अपने भविष्य को लेकर फिक्रमंद है.
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इस साल सितंबर से अब तक आग की वजह से 5 मिलियन हेक्टेयर जमीन जलकर बर्बाद हो गई है तो वहीं आग बुझाने के दौरान 9 लोगों की मौत भी हो चुकी है. और साउथ ऑस्ट्रेलिया के कई हिस्सों में अभी भी आग लगी हुई है. साउथ ऑस्ट्रेलिया की सबसे समृद्ध और उपजाऊ ज़मीन जंगल की आग की चपेट में आ गई. अंगूर उगाने वाले किसानों और वाइन मेकर्स को इस तबाही से उबरने में सालों लगेंगे.
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