नई दिल्ली: चीन ने 17 दिसंबर को अपने दूसरे विमानवाहक पोत का दक्षिण चीन सागर से जलावतरण किया. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग एक एयरक्राफ्ट कैरियर पर टहल रहे हैं वो चीन का नया नवेला विमानवाहक पोत शांडोंग है.
नीचे देखें तस्वीरें
Il Presidente Xi Jinping ha partecipato alla cerimonia di entrata in servizio della #Shandong, la prima #portaerei interamente realizzata in #Cina. Lunga 315 metri e con un equipaggio di quasi 2.000 persone, la Shadong ha iniziato a operare dal porto di #Sanya, nello #Hainan. pic.twitter.com/4HAUr9iPsX
— Ambasciata Repubblica Popolare Cinese in Italia (@AmbCina) December 17, 2019
चीन ने दक्षिण चीन सागर पर अपनी दावेदारी को मजबूत करने के लिए इस एयरक्राफ्ट कैरियर का जलावतरण किया है. हालांकि दक्षिण चीन सागर पर बीजिंग के दावे का अमेरिका और दूसरे देश विरोध करते रहे हैं.
चीन का पहला स्वदेश विमानवाहक पोत
एयरक्राफ्ट कैरियर का नाम शांडोंग प्रांत के नाम पर रखा गया है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दक्षिण चीन सागर स्थित सान्या से इसका जलावतरण किया. ये चीन का पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत है.
शांडोंग एयरक्राफ्ट कैरियर चीन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है. चीन के पास पहले से लिओनिंग नाम का एयरक्राफ्ट कैरियर मौजूद है. लिओनिंग की क्षमता 24 फाइटर एयरक्राफ्ट की है. जबकि शांडोंग लिओनिंग के मुकाबले काफी बड़ा है. शांडोंग की क्षमता 36 फाइटर एयरक्राफ्ट की है.
Il presidente Xi Jinping ha partecipato alla cerimonia di consegna della prima portaerei a sviluppo domestico, lo Shandong, a Sanya, Hainan, in Cina meridionale https://t.co/PgjY2uXG10 pic.twitter.com/YOq2RbqnnU
— XHItalia (@XinhuaItalia) December 17, 2019
चीन तेजी से विमानवाहक पोतों का निर्माण कर रहा है जो भारत के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है.
इसे भी पढ़ें: चीन ने फिर सिद्ध किया वह पकिस्तान का मित्र है, भारत का नहीं
आधिकारिक मीडिया के अनुसार चीन अगले कुछ वर्षों में पांच से छह एयरक्राफ्ट कैरियर चाहता है. जबकि भारत की नौसेना के पास फिलहाल 'आईएनएस विक्रमादित्य' नाम का एक विमानवाहक पोत है. और दूसरा विमानवाहक पोत 'आईएनएस विक्रांत' कोच्चि में बनाया जा रहा और 2022 तक नौसना की सेवा में शामिल होने की उम्मीद है.
इसे भी पढ़ें: लौट कर राजपक्षे भारत को आए, चीन से हो चुके हैं निराश