दुनिया का सबसे अच्छा बॉस: अपना सात करोड़ कम करके सबका वेतन किया पचास लाख

है न अजीब सी बात ये? लेकिन ये सच है. ऐसा हुआ है और किसी फिल्म जैसी इस सत्य घटना के नायक अर्थात इस कम्पनी के मालिक ने बॉस के रूप में अपने वेतन में सात करोड़ रुपये कम कर दिए किन्तु अपने कर्मचारियों की तनख्वाह पचास लाख कर दी.काश कि दुनिया का हर बॉस डेन प्राइस जैसा हो जाए तो हर कम्पनी का कारोबार दो चार या दस गुना नहीं बल्कि सौ गुना बढ़ सकता है.    

Written by - Parijat Tripathi | Last Updated : Mar 1, 2020, 07:27 PM IST
    • बॉस ने अपने वेतन में सात करोड़ कम किये
    • हर कर्मचारी का वेतन बढ़ा कर किया पचास लाख
    • असमानता के विरोधी इस बॉस का नाम है डेन प्राइस
    • पांच साल पहले की घटना है ये
    • कर्मचारी की बुरी आर्थिक ने विव्हल किया
दुनिया का सबसे अच्छा बॉस: अपना सात करोड़ कम करके सबका वेतन किया पचास लाख

 

नई दिल्ली. ऐसा हुआ है तो ज़ाहिर है कि ऐसा होना असम्भव नहीं है. इस कदम के पीछे इस कम्पनी के मालिक की बुद्धिमानी दिखाई देती है. सबका वेतन बढ़ा कर अपना वेतन कम करना ज़ाहिर करता है कि कम्पनी को अपने कर्मचारियों की अधिक फ़िक्र है. बिलकुल होनी भी चाहिए क्योंकि कम्पनी को कमा कर कर्मचारी ही देते हैं.

 

इस बॉस का नाम है डेन प्राइस

डेन प्राइस नामक ये सज्जन अमेरिकी उद्योगपति हैं और इनका कार्यालय अमेरिका के सिएटल में है. वह एक पेमेंट कंपनी चलाते हैं. डेन प्राइस कंपनी के बॉस थे इसलिए उनकी सैलरी करोड़ों रुपये सालाना थी.  एक दिन अचानक क्या हुआ कि डेन प्राइस ने ऐलान किया कि वे अपना वेतन कम कर रहे हैं. और देखते ही देखते उन्होंने अपना वेतन सात करोड़ रुपये कम कर लिया. लेकिन दूसरी तरफ डेन प्राइस ने ये घोषणा भी की कि वे अपने प्रत्येक कर्मचारी को को कम से कम 50 लाख का सालाना वेतन देंगे. 

पांच साल पहले की घटना है ये 

डेन प्राइस की कम्पनी का नाम ग्रैविटी पेमेंट्स है. उन्होंने तरुण वय में ही कंपनी की शुरुआत की थी. और उस दौरान भी कंपनी का कारोबार काफी अच्छा था. पांच साल पहले हुई उपरोक्त घटना ने डेन का हृदय परिवर्तन किया और उन्होंने पहली बार 2015 में अपने सभी कर्मचारियों की सैलरी 50 लाख रुपये सालाना कर दी. जानने के लिए जरूरी बात ये है कि उनके कर्मचारियों की संख्या दो चार या दस नहीं बल्कि 120 है. बड़ी बात तो ये है कि डेन प्राइस ने अपनी 8 करोड़ रुपये सालाना की सैलरी से 7 करोड़ रुपये कम कर दिए और आज तक उन्होंने अपनी सेलेरी बढ़ाई नहीं है. 

 

इस बड़े फैसले के पीछे की छोटी घटना 

डेन प्राइस उदार हृदय के स्वामी तो थे ही लेकिन शायद कुछ चीज़ें उनकी नज़र और जानकारी में भी नहीं थीं. एक दिन उनको पता चला कि उनकी कम्पनी का एक होनहार कर्मचारी दो दो नौकरियां कर रहा है और फिर भी अपने घर के खर्च जुटाने में उसे मुश्किल हो रही है. इस बात ने बॉस को दुखी भी किया और अपने ऊपर उनको गुस्सा भी बहुत आया. इस समय उनका ध्यान गया कि कम्पनी में उनका अपना वेतन कर्मचारियों के मुकाबले काफी असमान है. तुरंत डेन प्राइस के हृदय की मानवता ने निर्णय किया कि वे अपना वेतन कम करेंगे और सभी स्टाफ का बढ़ाएंगे.

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