नई दिल्ली: अमेरिका के 2 एयरस्ट्राइक के बदले ईरान का 2 जगहों पर 4 रॉकेट से प्रहार किया जाना एक बड़े युद्ध से पहले के संकेत दे रहे हैं. ईरान ने इराक में अमेरिकी दूतावास समेत 2 जगह पर 4 मिसाइलें दागीं. जिनमें से दो मिसाइल ग्रीन जोन में गिरीं हैं, जहां पर अमेरिकी दूतावास भी है.
बगदाद में इमरजेंसी घोषित
मिसाइलें ड्रोन से दागी गईं थीं. हमले के बाद अमेरिकी दूतावास को खाली करवा लिया गया था. एक मिसाइल बलाद एयरबेस पर भी दागी गई. इसमें 3 इराकी सैनिक समेत 8 लोग घायल हुए हैं. इसके बाद बगदाद में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है.
इसके बाद दूसरा हमला बगदाद के बेहद सुरक्षित अमेरिकी दूतावास के करीब ग्रीन जोन पर हुआ. एक रॉकेट ग्रीन जोन के अंदर आकर गिरा. जबकि दूसरा रॉकेट ग्रीन जोन के पड़ोस में जदरिया इलाके में गिरा.
जनरल सुलेमानी की मौत का बदला?
इन हमलों की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन माना यही जा रहा है कि जनरल सुलेमानी की मौत का बदला लेने की शुरुआत हो चुकी है. इन रॉकेट हमलों को जनरल सुलेमानी की मौत से ही जोड़कर देखा जा रहा है.
माना जा रहा है कि ईरान समर्थक मिलिशिया ने ये कत्युशा रॉकेट दागे हैं. इस बीच इराक में कताइब हिजबुल्ला नाम के संगठन ने एक बयान जारी किया है. जिसमें ईराकी सेना को रविवार शाम तक अमरीकी बेस से कम से कम एक हज़ार मीटर पीछे हटने को कहा है.
ट्रंप ने ढूंढकर खात्मे की धमकी दी
अमेरिकी दूतावास पर हुए हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने जवाबी हमले की धमकी दी है. ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी लोगों और ठिकानों पर हमला करने वालों या इसका इरादा रखने वालों को ढूंढकर उनका खात्मा किया जाएगा.
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान सरकार को धमकी देते हुए कहा है कि अमेरिका ने सिर्फ हथियारों पर दो ट्रिलियन डॉलर खर्च किए हैं.
The United States just spent Two Trillion Dollars on Military Equipment. We are the biggest and by far the BEST in the World! If Iran attacks an American Base, or any American, we will be sending some of that brand new beautiful equipment their way...and without hesitation!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 5, 2020
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तनावपूर्ण हालात को देखते हुए अमेरिका ने बड़ी संख्या में अपने सैनिकों को पश्चिम एशिया के लिए रवाना किया है. यही नहीं अमेरिकी युद्धपोत भी इराक की ओर बढ़ रहे हैं. उधर ईरान समर्थक मिलिशिया ने भी 35 अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाने की बात कही है. इनमें फारस की खाड़ी में गश्त लगा रहे अमेरिकी युद्धपोत और पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य ठिकाने शामिल हैं. माना जा रहा है कि अगले 48 घंटे पश्चिम एशिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं.
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