नई दिल्लीः पाकिस्तान में पकड़े गए दो भारतीय नागरिकों को भारत ने राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराने की मांग की है. इसके साथ ही भारत ने यह उम्मीद जाहिर की है कि दोनों भारतीय नागरिकों को पाकिस्तानी प्रॉपगैंडा का शिकार नहीं होना पड़ेगा. पड़ोसी देश की पुलिस ने दावा किया है कि वैनधम और धारी लाल को 14 नवम्बर को यजमन पुलिस के एक गश्ती दल ने तब गिरफ्तार किया था, जब वह बहावलपुर जिले में चोलिस्तान क्षेत्र से अवैध तरीके से पाकिस्तान में दाखिल हो रहे थे.
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विदेश मंत्री ने जारी किया बयान
विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा, 'हमें उम्मीद है कि दोनों पाकिस्तान के प्रॉपेगैंडा का शिकार नहीं होंगे. दोनों को बिना नुकसान पहुंचाए वापस भारत भेज देना चाहिए. तेलंगाना और मध्य प्रदेश निवासी प्रशांत वैनधम और वरी लाल को 14 नवंबर को बहवालपुर में गिरफ्तार किया गया था.
इन्हें यजमन पुलिस के के गश्ती दल ने गिरफ्तार किया था. दोनों की सलामती के लिए दुआ की जा रही है. पाकिस्तानी पुलिस ने इनके पास से पर्याप्त दस्तावेज न होने की बात कही है.
India asks Pakistan to provide consular access to two of its nationals, Prashant Vaindam and Dhari Lal, arrested by Pak authorities: MEA.
— Press Trust of India (@PTI_News) November 21, 2019
पाकिस्तान कैसे पहुंचा बेटा, नहीं पता
विदे्श मंत्रालय ने कहा है कि भारत ने पाकिस्तान से मांग की है कि दोनों नागरिकों, जिन्हें पाक अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है उन्हें राजनयिक पहुंच उपलब्ध कराई जाए, जिन्हें पाक अधिकारियों ने अरेस्ट किया है.
हैदराबाद का रहने वाले प्रशांत के पिता बाबूराव ने दावा किया है कि उनका बेटा दो साल से लापता था. उन्होंने बताया कि बेटा पेशे से इंजीनियर है. उनका कहना है कि अप्रैल 2017 में उन्होंने मधुपुर पुलिस थाने में बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बाबूराव हैरान हैं कि उनका बेटा पाकिस्तान कैसे पहुंच गया.
मांगी जा रही है सलामती की दुआ
दोनों नागरिकों के गृहनगरों में इस वक्त दुआओं का दौर जारी है. पाकिस्तान में गिरफ्तार होने की बात से लोगों में डर का माहौल है. पाकिस्तान में यह आशंका जताई जा रही है कि कहीं इसे आतंकी हमला करने के लिए तो नहीं भेजा गया है. इससे पहले अगस्त में पाकिस्तानी पुलिस ने पंजाब प्रांत के डेरा गाजी खान शहर से राजू लक्ष्मण नाम के व्यक्ति को को जासूसी के शक में गिरफ्तार किया था. बाद में उसे खुफिया एजेंसियों को सौंप दिया गया था. जो आरोप लगाए गए थे उनके मुताबिक राजू ने बलूचिस्तान प्रांत से प्रवेश किया था. पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को भी यहीं से गिरफ्तार करने का दावा किया गया था.
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