CAIT और एटवा ने कहा कि मुल्क का बाज़ार ट्रांसपोर्ट 8 दिसंबर को हो रहे भारत बंद में शामिल नहीं है. दिल्ली समेंत मुल्कभर के बाज़ार पूरी तरह से खुले रहेंगे और आम तौर पर कारोबारी सरगरमियां चालू रहेंगी.
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नई दिल्ली: देशभर में जारी किसान आंदोलन को और तेज़ करने के लिए किसानों नने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है. किसानों के भारत बंद के ऐलान के बीच कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) और ट्रांसपोर्ट सेक्टर की बड़ी तंज़ीम ऑल इंडिया ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन (एटवा) ने बंद में शामिल नहीं होने का फैसला किया है.
CAIT और एटवा ने कहा कि मुल्क का बाज़ार ट्रांसपोर्ट 8 दिसंबर को हो रहे भारत बंद में शामिल नहीं है. दिल्ली समेंत मुल्कभर के बाज़ार पूरी तरह से खुले रहेंगे और आम तौर पर कारोबारी सरगरमियां चालू रहेंगी. वहीं ट्रांस्पोर्ट सेक्टर भी पहले की तरह काम करता रहेगा और माल का आवाजाही पूरी तरह चालू रहेगी.
इससे पहले भारत बंद के बारे में जानकारी देते हुए एक किसान नेता कहा कि 8 दिसंबर को भारत बंद मुकम्मल तौर पर पुरअम्न रहेगा. किसी को भी पुर तशद्दुद (हिंसक) होने की इजाज़त नहीं दी जाएगी. उन्होंने आगे बताया कि हमारे इस आंदोलन को हिमायत देने के लिए गुजरात की 250 किसान तंज़ीमें (संगठन) देने के लिए दिल्ली आएंगे.
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भारत बंद को कांग्रेस, टीआरएस, द्रमुक, शिवसेना, समाजवादी पार्टी, एनसीपी, टीएमसी,आरजेडी, आम आदमी पार्टी और लेफ्टिस्ट पार्टियों के अलावा दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने हिमायत की है. हालांकि आरएसएस से जुड़े भारतीय किसान संघ (BMS) ने इस बंद से अलग रहने का ऐलान किया है.
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