मुंबई : अन्ना हजारे के आरएसएस के दिवंगत नेता नानाजी देशमुख के साथ नजदीकी संबंध होने की खबरों से इंकार करते हुए टीम अन्ना के सदस्य अरविन्द केजरीवाल ने रविवार को कहा कि यह लोकपाल विधेयक से ध्यान बंटाने की कांग्रेस की चाल है।
मीडिया के एक वर्ग में यह खबर आयी है कि अन्ना के संघ प्रचारक देशमुख के साथ करीबी संबंध थे।
केजरीवाल ने कहा, कांग्रेस सरकार इस तरह की अफवाहें फैलाकर अन्ना को अनावश्यक रूप से निशाना बना रही है। देशमुख के साथ तो पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और दिग्विजय सिंह के साथ भी फोटोग्राफ हैं। उन्होंने मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र में स्थित एमएमआरडीए मैदान में मीडिया को संबोधित करते हुए यह बात कही। इसी मैदान में अन्ना 27 दिसंबर से अनशन पर बैठेंगे।
उन्होंने कहा, अन्ना हजारे की क्या गलती है। यही कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्हें सेना से पदक मिले हैं। संप्रग सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, अन्ना को आरएसएस का एजेंट बताकर सरकार हमें उकसा रही है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि सीबीआई भ्रष्टाचार को रोकने वाली एजेंसी नहीं बल्कि सरकार की मदद करने और उसका संरक्षण करने के लिए है।
उन्होंने कहा, सीबीआई सरकार के अधीन है। यदि सरकार को किसी के समर्थन की जरूरत होती है तो उसके पीछे सीबीआई लगा दी जाती है। आप मायावती और मुलायम सिंह का उदाहरण देख सकते हैं। सीबीआई को सरकार के हाथ से लिया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि 2जी घोटाले में सीबीआई ने तब तक कोई कार्रवाई नहीं की जब तक कि उच्चतम न्यायालय से निर्देश नहीं दिया गया। (एजेंसी)