नई दिल्ली/भोपाल : अल्लाह की राह में सब कुछ कुर्बान करने का त्योहार पूरे देश में शिद्दत और अकीद के साथ मनाया गया।
इद-उल-अजहा का नमाज सुबह सबसे पहले मस्जिद में अदा किया गया। दिल्ली में भी सुबह जामा मस्जिद में नमाज अदा की गई। भोपाल में आठ बजे काजी सैय्यद मोहम्मद फाजिल कासमी ने अजहा की नमाज अदा कर और इसके बाद जामा मस्जिद, मोती मस्जिद आदि में नमाज पढ़ी गई।
ऑल इंडिया मुस्लिम त्यौहार कमेटी अध्यक्ष डा. औसाफ शाहमीरी खुर्रम ने बताया कि सदियों पहले हजरत इब्राहिम ने अल्लाह की राह में अपने सबसे प्यारे बेटे हजरत इस्माइल की कुर्बानी देना चाही थी, लेकिन कुदरत के करिश्मे ने उनको तो बख्श दिया, लेकिन उनके स्थान पर दुम्बे की कुर्बानी करा दी। बाद में अल्लाह ने ता-कयामत कुर्बानी को लोगों के लिए फर्ज बना दिया। इसका एक हिस्सा गरीबों एवं फकीरों में भी तस्कीम करने का हुक्म है। उन्होंने कहा कि ईद-उल-अजहा पर हर साल लोग कुर्बानी देते हैं और अपने लिए नेक अमाल की दुआ करते हैं।
नमाज के बाद घरों में बकरे की कुर्बानी की रस्म निभाई गई। एक अनुमान के अनुसार भोपाल में ही एक लाख से अधिक बकरों की कुर्बानी दी गई। इसके अलावा देश के इंदौर, कोलकाता, ग्वालियर, मुंबई, कानपुर, लखनउ आदि स्थानों पर भी कुर्बानी देने और शिद्दत के साथ ईद मनाने की खबरें हैं।
प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संस्कृति एवं जनसंपर्क मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्र, कांग्रेस महासचिव एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया एवं मीडिया विभाग अध्यक्ष मानक अग्रवाल तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव बादल सरोज ने प्रदेश के लोगों को ईद की मुबारकबाद दी। (एजेंसी)