महागर्जना रैली में बोले मोदी, 'कांग्रेस मुक्त भारत ही हमें हमारी समस्याओं से दिलाएगा छुटकारा'

प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने उद्योग जगत के समक्ष राहुल गांधी के भ्रष्टाचार विरोधी बयान की खिल्ली उड़ाते हुए आज कहा कि वह दोमुंही बात कर रहे हैं और उनकी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है।

मुंबई : प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने उद्योग जगत के समक्ष राहुल गांधी के भ्रष्टाचार विरोधी बयान की खिल्ली उड़ाते हुए आज कहा कि वह दोमुंही बात कर रहे हैं और उनकी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। मोदी ने कल उद्योग जगत के लोगों के समक्ष भ्रष्टाचार पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, मैंने कांग्रेस के एक बड़े नेता का भाषण सुना। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ बोल रहे थे। उनका साहस तो देखिये। कोई अन्य इतना साहस नहीं कर सकता। ये लोग भ्रष्टाचार में इतने डूबे हुए हैं। इसके बावजूद वे मासूम चेहरा बनाते हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलते हैं। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिये बगैर कहा, ‘आदर्श आयोग की रिपोर्ट में मंत्रियों को अध्यारोपित किया गया है। एक ओर महाराष्ट्र सरकार भ्रष्टों को बचाने का फैसला करती है दूसरी ओर कांग्रेस के एक नेता दिल्ली में उपदेश दे रहे हैं। महाराष्ट्र सरकार ने उस आदर्श रिपोर्ट को खारिज कर दिया है जिसमें राज्य के तीन लगातार मुख्यमंत्रियों को अध्यारोपित किया गया है। ये तीनों ही कांग्रेस के नेता हैं।
मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस बोलती कुछ है और करती कुछ और है।’ राहुल ने उद्योग जगत के लोगों के साथ संवाद और उनकी चिंताओं पर अपनी प्रतिक्रिया में कल स्वीकार किया था कि भ्रष्टाचार ‘सबसे बड़ा मुद्दा’ है जो ‘लोगों का खून चूस रहा है।’ राहुल ने कहा था, ‘भ्रष्टाचार हमारे लोगों का खून चूस रहा है। यह हमारे देश के लोगों पर अस्वीकार बोझ है। हमें भ्रष्टाचार का पूरी ताकत और प्रतिबद्धता से मुकाबला करना चाहिए।’ उन्होंने साथ ही जोर देकर कहा, ‘इस सरकार ने भ्रष्टाचार से मुकाबले के लिए अन्य किसी भी सरकार से कहीं अधिक किया है। कांग्रेस पार्टी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ढांचा विकसित किया है।’ मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत मराठी से की और उसके बाद हिंदी में बोले। उन्होंने कांग्रेस पर वोट बैंक की राजनीति के लिए बांटो और राज करो में संलिप्त रहने का आरोप लगाया और कहा, ‘यह उनकी विशेषता रही है। उन्होंने यह अंग्रेजों से सीखा है।’
मोदी ने कहा, ‘हमारे समक्ष जो समस्याएं खड़ी हैं वे तब तक नहीं सुलझ सकतीं जब तक हम भारत को वोट बैंक की राजनीति से मुक्त नहीं करते और उसे विकास के पथ पर नहीं डालते।’ उन्होंने कहा कि देश के समक्ष जो समस्याएं खड़ी हैं उनका कारण इतिहास अथवा भूगोल नहीं बल्कि कांग्रेस के शासन वाली सरकारें हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस मुक्त भारत की आवाज मुम्बई से बाहर जानी चाहिये जिसने अंग्रेजों के शासन के खिलाफ सबसे पहले ‘भारत छोड़ो’ का नारा दिया था।’ उन्होंने कहा, ‘मेरी इच्छा है कि 2014 के चुनाव में वोट देश के लिए मांगा जाए, पार्टी के नाम पर नहीं। हम यह कहना चाहते हैं देश को वंशवादी शासन, भ्रष्टाचार, महंगाई, कुशासन से मुक्त कराने और देश की एकता बनाये रखने के लिए ‘भारत के लिए मतदान करिये’।’
मोदी ने कहा, ‘चाहे कांग्रेसी नेता सरकार में हों या नहीं सभी चीजें उनके निर्देश के अनुरूप होती हैं। लेकिन वही लोग जब भाषण देते हैं, हर किसी को लगता है कि जैसे वे किसी अन्य सरकार की ओर से, किसी अन्य देश की ओर से बोल रहे हैं।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘सरदार पटेल ने एक ओर भारत को एकीकृत किया, वहीं कांग्रेस ने भाई को भाई के खिलाफ खड़ा किया और भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया।’ मोदी ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यकवाद और साम्प्रदायिकता कांग्रेस की परंपरा रही है। उन्होंने कहा, ‘मनमोहन सिंह सरकार ने देश में मुस्लिम बहुसंख्या वाले 90 जिलों का चयन किया और उनके कल्याण के लिए बड़ी योजनाओं तथा बजट की घोषणा की। मुस्लिम यह सोचने लगे कि इसके कुछ अच्छे परिणाम सामने आएंगे। मीडिया ने भी उसके बारे में काफी कुछ लिखा।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन अब किसी ने संसद ने उन जिलों में अल्पसंख्यकों के कल्याणकारी योजनाओं पर किये गए खर्च के बारे में सवाल पूछा। सरकार ने संसद में बताया कि तीन वर्षों में एक भी रूपया खर्च नहीं किया गया।’ भाजपा नेता ने कहा, ‘यह कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति का उदाहरण है।’ मोदी ने काला धन के मुद्दे पर कहा, ‘जो लोग भारत को लूट रहे हैं वे अपना काला धन स्विस बैंकों में जमा करा रहे हैं और इसके बारे में एक बच्चे को भी जानकारी है। इस धनराशि को वापस लाया जाना चाहिए और गरीबों पर खर्च किया जाना चाहिए।’
मोदी ने कहा, ‘भाजपा के सभी सांसदों ने अडवाणीजी के नेतृत्व में लिखित में दिया है कि भाजपा के किसी भी नेता का पैसा विदेशी बैंकों में जमा नहीं है। मैं कांग्रेस को एक कानून पारित करने की चुनौती देता हूं कि एक समिति का गठन करे और तीन वर्ष के भीतर इस राशि को भारत लाये और गरीबों में बांट दे। लेकिन वे यह नहीं करना चाहते क्योंकि उन्हें पता है कि उनकी पार्टी के लोग इसमें डूबे हुए हैं।’ मोदी ने मुम्बई भाजपा अध्यक्ष अशीह शेलार के आरोप का भी उल्लेख किया कि कांग्रेस ने यह सुनिश्चित किया कि कुछ क्षेत्रों में केबल टीवी का प्रसारण बंद हो जाए ताकि लोग मोदी को बोलते हुए नहीं देख सकें। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेसी मित्रों, मोदी टेलीविजन स्क्रीन पर भले ना हो लेकिन उसने देश की जनता के दिलों में जगह बना ली है।’ उन्होंने कहा कि खराब शासन देश के समक्ष सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा, ‘हमें स्वराज मिला लेकिन सुशासन नहीं। सुराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। सभी समस्याओं का मूल कारण खराब शासन है। यह मधुमेह की तरह है और सभी बीमारियों के मुख्य कारण है।’ मोदी ने अपना भाषण मराठी में शुरू किया और कहा, ‘मुझे विश्वास है कि कांग्रेस मुक्त भारत के सपना को मूर्त रूप प्रदान करने में महाराष्ट्र सबसे आगे होगा।’ उन्होंने कहा, ‘लोखों लोग यहां से उठेंगे और पूरे महाराष्ट्र में सभी क्षेत्रों में परिवर्तन सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के साथ पहुंचेंगे।
मोदी ने कहा, ‘हम गुजरातियों के लिए मुम्बई दूसरा घर है।’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र बड़ा भाई है जबकि गुजरात छोटा भाई है।’ उन्होंने महाराष्ट्र और गुजरात के बीच विकास में अंतर का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों राज्य एक मई 1960 को अस्तित्व में आये लेकिन इन वर्षों के दौरान गुजरात में 14 मुख्यमंत्री हुए जबकि महाराष्ट्र में 26 मुख्यमंत्री हुए। उन्होंने कहा, ‘यदि मैं गुजरात की बात करूंगा तो कुछ लोगों के पेट में दर्द होगा इसलिए मैं मध्यप्रदेश की बात करूंगा।’ उन्होंने मध्य प्रदेश का विकास करने के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि चौहान के नेतृत्व में राज्य ने बिमारू राज्य का लेबल उखाड़ फेंका। मध्यप्रदेश कृषि क्षेत्र में पिछड़ा हुआ था लेकिन चौहान सरकार ने सिंचाई को प्राथमिकता दी।
मोदी ने कहा, ‘क्या कारण है कि महाराष्ट्र में सिंचाई परियोजनाएं भ्रष्टाचार के चलते असफल हो गई हैं, किसान बार-बार सूखे का सामना कर रहे हैं और वे आत्महत्या करने को बाध्य हैं।’ उन्होंने स्थानीय निकाय कर क्रियान्वयन का भी विरोध किया और कहा कि यह (व्यापारियों को) लूटने की तकनीक है। उन्होंने कहा कि गुजरात ने सीमा चौकियों से महाराष्ट्र से 1033 करोड़ रूपये अधिक प्राप्त किया। उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार को लोगों यह बताना चाहिए कि 1033 करोड़ रूपये का अंतर कहां गया।’ मोदी ने अपना दावा दोहराया कि महाराष्ट्र को सरदार सरोवर परियोजना से 400 करोड़ रूपये की मुफ्त बिजली हर वर्ष मिल सकती है बशर्ते कांग्रेस शासित राज्य बांध पर गेट लगाने पर केंद्र की मंजूरी सुनिश्चित कराये। (एजेंसी)

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