नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के राहुल गांधी से संबंधित अपनी टिप्पणी और जनार्दन द्विवेदी के नेताओं के रिटायरमेंट की उम्र संबंधी बयानों को लेकर सोमवार को एआईसीसी के निशाने पर आये।
पार्टी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने संवाददाताओं से कहा कि यह अच्छी चीज नहीं है। उन्होंने इन दोनों नेताओं के मीडिया के समक्ष बयान दिये जाने पर सवाल उठाया जबकि इन दोनों नेताओं की कांग्रेस अध्यक्ष या उपाध्यक्ष तक आसानी से पहुंच है।
कांग्रेस ब्रीफिंग के दौरान पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने भी दिग्विजय सिंह के बयान को उचित नहीं बताया। सिंह ने टिप्पणी की थी कि अहम मुद्दों पर राहुल गांधी की खामोशी ही धारणाओं की लड़ाई में पार्टी की हार का कारण बनी।
पार्टी पहले ही जर्नादन द्विवेदी के उस बयान से किनारा कर चुकी है कि 65 से 70 साल के नेताओं को संगठन में सक्रिय पदों पर नहीं रहना चाहिए। सिंघवी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के उस बयान को भी तवज्जो नहीं दिया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का कैबिनेट में शामिल नहीं होना चुनाव में पार्टी के लिए महंगा पड़ गया। सिंघवी ने कहा कि इसमें नया क्या है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह खुद कई बार राहुल गांधी से मंत्री बनने के लिए अनुरोध कर चुके थे।