भारत में आतंकवाद है ‘निर्यातित’, यह घरेलू उपज नहीं: मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत में जितना भी आतंकवाद है, वह इसकी ‘घरेलू उपज’ नहीं है बल्कि ‘निर्यातित’ है। इसके साथ ही प्रधामंत्री ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद किन्हीं सीमाओं में बंधा हुआ नहीं है।

भारत में आतंकवाद है ‘निर्यातित’, यह घरेलू उपज नहीं: मोदी

न्यूयार्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत में जितना भी आतंकवाद है, वह इसकी ‘घरेलू उपज’ नहीं है बल्कि ‘निर्यातित’ है। इसके साथ ही प्रधामंत्री ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद किन्हीं सीमाओं में बंधा हुआ नहीं है।

ऐसा कहते हुए प्रधानमंत्री ने अच्छे और बुरे आतंकवाद के बीच के किसी अंतर को भी खारिज कर दिया और वैश्विक समस्या से प्रभावशाली ढंग से निपटने के लिए एक सामूहिक संघर्ष का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कल अपने पांच दिवसीय अमेरिका दौरे के चौथे दिन काउंसिल फॉर फॉरेन रिलेशन्स को संबोधित करते हुए आतंकवाद के कारण पैदा हुई चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की।

जब एक प्रश्नकर्ता ने पश्चिमी एशिया में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के आतंकियों के उभार और इस तनाव के भारत में फैलने की आशंका के बारे में प्रधानमंत्री से पूछा तो उन्होंने इसे खारिज करते हुए कहा कि हमारे देश में सभी आतंकी गतिविधियां ‘निर्यात की गई हैं और वे देश की उपज नहीं हैं।’ प्रधानमंत्री ने सीएनएन के भारत में अल-कायदा के खतरे से जुड़े सवाल पर अपने जवाब के बारे में भी दर्शकों को बताया। उन्होंने जवाब में कहा था कि ‘भारत के मुसलमान अल-कायदा को ‘फेल’ कर देंगे।’ उन्होंने कहा कि भारत में सभी समुदायों के लोग एक मूल दर्शन के आधार पर चलते हैं। बुद्ध और महात्मा गांधी इसके प्रतीक हैं। अहिंसा हमारे दर्शन के मूल में है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद की कोई सीमा नहीं होती। ‘अच्छा’ और ‘बुरा’ आतंकवाद कुछ नहीं होता। आतंकवाद तो आतंकवाद ही है।’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद की चुनौती को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। यह दुखद है कि कई देश मानवता के शत्रु आतंकवाद के घिनौने रूप को पहले समझ नहीं पाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसे (आतंकवाद) को राजनैतिक नफा या नुकसान के आधार पर नहीं आंका जा सकता। उन्होंने जोर देकर कहा कि विश्व को आतंकवाद के खिलाफ एक स्वर में आवाज उठानी होगी। आईएसआईएस द्वारा बंधकों की हत्याओं के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब मैंने इसे टीवी पर देखा कि एक व्यक्ति का सिर काट दिया गया है। यह 21वीं सदी में मानवता के लिए एक चुनौती है। एक ऐसी चुनौती जो किसी को भी हिलाकर रख दे। आतंकवाद मानवता का शत्रु है।

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.