सईद मामले में मलिक को दी गई गलत जानकारी: शिंदे

पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करते हुए भारत ने सोमवार को कहा कि जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद को 26/11 के मुंबई आतंकी हमले सिलसिले में कभी गिरफ्तार नहीं किया गया जबकि पड़ोसी देश के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कई बार ऐसा दावा किया।

नई दिल्ली : पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करते हुए भारत ने सोमवार को कहा कि जमात-उद-दावा के संस्थापक हाफिज सईद को 26/11 के मुंबई आतंकी हमले सिलसिले में कभी गिरफ्तार नहीं किया गया जबकि पड़ोसी देश के गृह मंत्री रहमान मलिक ने कई बार ऐसा दावा किया।
गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मलिक के 14 से 16 दिसंबर के भारत दौरे के बारे में राज्यसभा और लोकसभा में अपनी ओर से दिए गए बयान में कहा कि हाफिज के मामले में पाक विदेश मंत्री ने जो दावे किए वे गलत जानकारियों पर आधारित थे, क्योंकि पूर्व में हाफिज को जिन कारणों से गिरफ्तार किया गया उनमें मुंबई हमले का मामला शामिल नहीं था।
उन्होंने कहा मलिक हमें यह बात कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने तीन बार हाफिज सईद को गिरफ्तार किया और हर बार उसे अदालतों ने सबूतों के अभाव में छोड़ दिया।’
शिंदे ने कहा पाकिस्तान के गृह मंत्री द्वारा हमें यह समझाया गया कि हाफिज सईद को 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ हुई मेरी बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि यदि हम चाहें तो वह हमें सईद की तीन बार की गिरफ्तारी संबंधी प्राथमिकी और अदालतों द्वारा उसे छोड़ने के निर्णय को उपलब्ध करा देंगे।’
उन्होंने कहा जब हमने इस मामले को उठाया तो उन्होंने सईद की वर्ष 2002 और 2009 में की गई गिरफ्तारी से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। हमें उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों से यह स्पष्ट है कि उपरोक्त मामलों में सईद की गिरफ्तारी अन्य कारणों से हुई थी, न कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में एक षड्यंत्रकारी के रूप में उसकी भूमिका के कारण।’
गृह मंत्री ने कहा अत: मैं केवल यही कह सकता हूं कि ऐसा लगता है कि रहमान मलिक को इस मामले में गलत जानकारी दी गई है।’ मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने दोनों सदनों में गृह मंत्री को इसलिए आड़े हाथ लिया कि उन्होंने मलिक के विवादास्पद बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया क्यों नहीं जताई। साथ ही पार्टी ने मलिक द्वारा बाबरी मस्जिद विध्वंस की तुलना मुंबई के 26/11 हमले से किए जाने की भी कड़ी निंदा की और कहा कि पड़ोसी देश को हमारे अंदरूनी मामले में नहीं बोलना चाहिए।
गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने मलिक के साथ हुई बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया कि आतंकी हमलों के दोषियों को कानून के शिकंजे में लाना बेहद महत्वपूर्ण है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारत पाक शांति प्रक्रिया आतंकवाद एवं हिंसा से मुक्त माहौल में आगे बढ़ सके।
उन्होंने कहा,‘विस्तारपूर्वक यह कहा गया कि आतंकवाद आपसी संबंधों के हर पहलू को प्रभावित कर रहा है और हमें इस खतरे से प्रभावकारी ढंग से निपटना होगा।’ लोकसभा में भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने मांग की कि जब तक पाकिस्तान मुंबई आतंकी हमलों के दोषियों और मुख्य षडयंत्रकर्ता सईद को भारत को नहीं सौंप देता उसके साथ कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए।
राज्यसभा में भाजपा के उप नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पाकिस्तान ने जानबूझकर यह साजिश रची है कि सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। उसे पाकिस्तानी सरकार का संरक्षण प्राप्त है। प्रसाद ने इस स्थिति को बेहद परेशान करने वाला करार दिया।
शिंदे ने 1993 के मुंबई विस्फोट मामले में भगोड़े लोगों के खिलाफ लंबित रेड कार्नर नोटिस की अनुपालना नहीं होने का मुद्दा भी उठाया। इस विस्फोट में 400 से ज्यादा लोग मारे गए थे। उन्होंने कहा कि इन भगोड़ों को कानून के शिकंजे में नहीं लाना हमारे द्विपक्षीय सहयोग पर धब्बा है। गृह मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी दाउद इब्राहिम का जिक्र करते हुए कहा, दाउद के नेटवर्क वाली डी कंपनी के संचालक अभी तक गिरफ्तारी से बचे हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस आपराधिक समूह द्वारा उत्पन्न खतरे को सार्वभौमिक रूप से स्वीकार करता है।
शिंदे ने कहा कि हाल में अमेरिका ने दाउद इब्राहिम को विशेष तौर पर वैश्विक आतंकवादी करार दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इन भगोड़ों की गिरफ्तारी के लिए पूरा सहयोग देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मलिक के साथ बातचीत में जम्मू कश्मीर में सीमा पार से होनी वाली घुसपैठ का मुद्दा उठाया गया। उन्होंने कहा, हमारी जानकारियों से पता चलता है कि पाक अधिकृत कश्मीर में कई आतंकवादी शिविर और लांचिंग पैड अभी तक कायम हैं। इनके बारे में अभी तक प्रभावी कार्रवाई किया जाना बाकी है। (एजेंसी)

Zee News App: पाएँ हिंदी में ताज़ा समाचार, देश-दुनिया की खबरें, फिल्म, बिज़नेस अपडेट्स, खेल की दुनिया की हलचल, देखें लाइव न्यूज़ और धर्म-कर्म से जुड़ी खबरें, आदि.अभी डाउनलोड करें ज़ी न्यूज़ ऐप.