राजस्थान का एक प्रमुख जिला और लोकसभा क्षेत्र भरतपुर विश्व धरोहर सूची में शामिल केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए भी प्रसिद्द है. दिल्ली से 221 किलोमीटर दूर भरतपुर अपने शानदार स्थापत्य वाले लोहागढ़ किला, डीग के महल, कुलदेवता लक्ष्मणजी मंदिर, बांके बिहारी मंदिर गंगमहारानी मंदिर के लिए भी काफी चर्चित है. वर्ष 1733 में महाराजा सूरजमल द्वारा इस क्षेत्र को जीतने के बाद इसका नामकरण भगवान राम के भाई भरत के नाम पर किया गया था. जब तक सामान्य सीट रही तब तक भरतपुर लोकसभा सीट पर स्थानीय राजवंशों का अच्छा प्रभाव रहा है. 1957 से 2019 तक भरतपुर लोकसभा सीट सात बार कांग्रेस, दो बार जनता पार्टी और छह बार भाजपा के खाते में रही है. अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित भरतपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल सात विधानसभा क्षेत्र कठूमर, कमान, नगर, डीग- कुम्हेर, भरतपुर, नदबई, वियर और वायना शामिल हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में भरतपुर लोकसभा सीट में भाजपा की रंजीता कोली कांग्रेस के अभिजीत कुमार जाटव पर भारी पड़ी थीं.
और पढ़ें