Budget 2024 Updates: कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप के दौरे पर बीच पर गए थे. वहां की तस्वीरें भी शेयर की थीं. वहां की खूबसूरती देख मालदीव के कुछ मंत्रियों को मिर्ची लग गई. खैर, अब उसी लक्षद्वीप की चर्चा आज वित्त मंत्री ने बजट भाषण में की है.
Trending Photos
Lakshadweep In Budget Speech 2024: चुनावी साल में आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में अंतरिम बजट पेश किया. आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ है. प्रत्यक्ष और परोक्ष कर की दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया. मध्यम वर्ग के लिए आवासीय योजना शुरू करने की घोषणा हुई है. इसके अलावा एक वक्त ऐसा आया जब वित्त मंत्री ने देश के सबसे छोटे केंद्रशासित प्रदेश लक्षद्वीप का नाम लिया. पिछले दिनों यह खूबसूरत बीच वाला UT काफी चर्चा में रहा था, जब पीएम मोदी की वहां से तस्वीरें सामने आई थीं.
In addition to the scenic beauty, Lakshadweep's tranquility is also mesmerising. It gave me an opportunity to reflect on how to work even harder for the welfare of 140 crore Indians. pic.twitter.com/VeQi6gmjIM
— Narendra Modi (@narendramodi) January 4, 2024
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि लक्षद्वीप का नाम आज बजट स्पीच में क्यों आया. दरअसल, सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा कि लक्षद्वीप समेत समूचे देश में पर्यटन बढ़ाने के लिए ढांचागत विकास पर सरकार का विशेष ध्यान रहेगा. वित्त मंत्री ने घरेलू पर्यटन की चर्चा करते हुए कहा कि लक्षद्वीप समेत हमारे द्वीपों पर पोर्ट कनेक्टिविटी के प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे. वित्त मंत्री ने अंग्रेजी में अपना भाषण दिया और 'including Lakshadweep' पर काफी जोर दिया. इस पर सत्तापक्ष के सदस्य मेज थपथपाते रहे.
To address fervour for domestic tourism, projects for port connectivity, tourism infra & amenities will be taken on our islands including #Lakshadweep -Finance Minister @nsitharaman@FinMinIndia #ViksitBharatBudget #Budget2024 pic.twitter.com/k1pRCEOJbU
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) February 1, 2024
टूरिस्ट सेंटर्स के विकास का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 60 जगहों पर सफलतापूर्वक जी20 बैठकें आयोजित करने से दुनिया ने भारत की विविधताओं को करीब से देखा है. हमारी आर्थिक मजबूती ने देश को बिजनस और कॉन्फ्रेंस टूरिज्म के एक आकर्षक डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया है. आज हमारा मिडिल क्लास भी घूमना चाहता है. इसमें आध्यात्मिक टूरिज्म भी शामिल है, जिसमें स्थानीय उद्यमशीलता के लिए जबर्दस्त क्षमता होती है. उन्होंने कहा कि राज्यों को प्रोत्साहित किया जाएगा जिससे वे आइकॉनिक टूरिस्ट सेंटर का विकास कर दुनिया में मार्केटिंग कर सकें.