PPF Balance Check: पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ स्कीम केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही है. केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही इस स्कीम में 15 सालों तक निवेश करने की सुविधा दी जाती है. इस स्कीम में निवेश करने पर पीपीएफ अकाउंट की मैच्योरिटी 15 साल के बाद होती है.
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PPF Balance Check: सरकार की ओर से लोगों के फायदे के लिए कई स्कीम चलाई जा रही है. इन स्कीम के जरिए लोगों को काफी फायदा भी पहुंचाया जा रहा है. साथ ही सरकार की ओर से कई स्कीम चलाकर लोगों को बचत और निवेश के लिए भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है. सरकार की ओर से कई लंबी अवधि की निवेश स्कीम भी चलाई जा रही है, जिसमें लोग लंबे समय के लिए बचत और निवेश कर सकते हैं. इन्हीं स्कीम में से एक पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड भी शामिल है.
पीपीएफ
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ स्कीम केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही है. केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही इस स्कीम में 15 सालों तक निवेश करने की सुविधा दी जाती है. इस स्कीम में निवेश करने पर पीपीएफ अकाउंट की मैच्योरिटी 15 साल के बाद होती है. वहीं अगर 15 साल बाद भी इस स्कीम को आगे जारी रखनी है तो पीपीएफ अकाउंट को पांच-पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.
पीपीएफ अकाउंट
वहीं इस स्कीम में खाता खुलवाने को लेकर भी कुछ नियमों का पालन करना होता है. वहीं भारतीय नागरिक पीपीएफ अकाउंट ओपन कर सकता है. अगर कोई एनआरआई या एचयूएफ पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहता है तो वो नहीं खुलवा पाएगा. इसके साथ ही बच्चों के नाम पर पीपीएफ खाता खुलवाने पर कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए.
पीपीएफ अकाउंट ओपनिंग
अगर पीपीएफ खाता बच्चों के नाम पर खोलना चाहते हैं तो दादा-दादी अपने पोते-पोतियों के नाम पर पीपीएफ खाता नहीं खोल सकते हैं. लेकिन अगर यह राशि माता-पिता/अभिभावक को दी जाती है तो वो अपने नाबालिग बच्चे के नाम पर खाता खोल और संचालित कर सकते हैं. ऐसे में पीपीएफ खाता खोलते वक्त इस कंडीशन का ध्यान रखा जाना चाहिए. वहीं अगर नाबालिग बच्चे के माता-पिता दोनों की मृत्यु हो जाती है तो दादा-दादी, अभिभावक के रूप में नाबालिग बच्चे के लिए पीपीएफ खाता खोल और संचालित कर सकते हैं.
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